ठोस अवस्था किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं?
दोस्तों, एक बार पुनः आपका हमारे इस केमिस्ट्री ब्लॉग ठोस अवस्था किसे कहते हैं में बहुत स्वागत है। हमारे दैनिक जीवन में हम बहुत सारी वस्तुएं देखते हैं कुछ वस्तु है ठोस होती हैं कुछ वस्तुएं गैस तो कुछ किसी और अवस्था में होती हैं। आज हम आपको ठोस अवस्था के बारे में विस्तार से बताएंगे। और यह आर्टिकल उन छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है, जो कक्षा 12 के स्टूडेंट है। अतः आर्टिकल को अंत तक ध्यान से पढ़ें जिससे कि आप इसकी बारीकियों को समझ पाए।
हम अपने इस लेख में आपको बताएंगे कि ठोस अवस्था किसे कहते हैं? Solid in Hindi, समदेसिकता और विषम देसिकता किसे कहते हैं? क्रिस्टलीय ठोस और अक्रिस्टलीय ठोस में क्या अंतर है? ठोस अवस्था की कोई दो विशेषताएं लिखिए? और अंत में कुछ महत्वपूर्ण अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर भी आपको मिलेंगे।
ठोस अवस्था किसे कहते हैं? What is Solid State?
पदार्थ की अवस्था को ठोस अवस्था कहा जाता है जिसमें प्रबल अंतरा आणविक बल लगता है। इसमें ऊष्मीय ऊर्जा का मान बहुत कम होता है।
ठोस की परिभाषा जानने के बाद अब हम ठोस पदार्थों की विशेषताओं की बात करेंगे।
ठोस पदार्थ की विशेषताएं – Properties of solid matters
अब हम अपने आर्टिकल ठोस अवस्था किसे कहते हैं में जानेंगे कि इन पदार्थों की कौन-कौन सी मुख्य विशेषताएं हैं-
- इन पदार्थों के आकार और आयतन सदैव निश्चल होते हैं।
- अन्य पदार्थों के मुकाबले इन पदार्थों का गलनांक और क्वथनांक उच्च होता है।
- ठोस पदार्थ इनकंप्रेसिबल होते हैं अर्थात इन्हें दबाना मुश्किल होता है।
- ठोस पदार्थों में इनके अवयवों के गुण अपनी मध्यस्थता के दोनों तरफ से स्वतंत्रता पूर्वक दोलन करते हैं जिस कारण क्या होता है कि ठोस की आकृति का आयतन निश्चित रहता है।
समदेसिकता (Isotropic)
यह गुण उन ठोसों के द्वारा दर्शाया जाता है जो अक्रिस्टलीय होते हैं। जब इस प्रकार के ठोसों में हम भौतिक गुण धर्म का मापन करते हैं जैसे कि अपवर्तनांक, चालकता, प्रतिरोधकता आदि तो एक समान ही मान प्राप्त होते हैं। ठोसों के इसी गुण को समदेसिकता कहा गया है।
विषमदेसिकता (Anisotropic)
यह गुण ठोसों के द्वारा दर्शाया जाता है जो प्रकृति में क्रिस्टलीय होते हैं। इनमें जब होते का भौतिक गुणधर्म जैसे की अपवर्तनांक, चालकता, प्रतिरोधकता आदि का अनुमापन विभिन्न देशों में करते हैं तो भिन्न-भिन्न मान प्राप्त होते हैं।
पदार्थ की कितनी अवस्थाएं होती हैं? How many types of states of matter?
हमारे आर्टिकल ठोस अवस्था किसे कहते हैं में हम पदार्थ की चार अवस्थाएं आपको बताने जा रहे हैं जो कि आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे कृपया करके इन्हे ध्यान से पढ़ें पदार्थ की अवस्था निम्नलिखित दी गई हैं –
- ठोस अवस्था (Solid In Hindi)
- द्रव अवस्था (Liquid state)
- गैस अवस्था (Gas state)
- अर्द्ध ठोस अवस्था या प्लाज्मा (Half Solid or Plasma state)
चलिए अब अपने आर्टिकल ठोस अवस्था किसे कहते हैं के माध्यम से इनके बारे में एक-एक करके जान लेते हैं।
ठोस अवस्था
- इन पदार्थों के अणुओं के मध्य प्रबल आकर्षण का बल पाया जाता है। जिस कारण यह काफी मजबूत और incompressible होते हैं।
- इनके अणुओं के मध्य बहुत कम अर्थात न्यूनतम दूरी होती है।
- ठोस पदार्थों का आकार व आयतन निश्चित होता है।
- अपेक्षाकृत सभी अवस्थाओं में ठोस अवस्था का घनत्व अधिक होता है।
द्रव अवस्था
- इस अवस्था में रहने वाले पदार्थों के अणुओं के मध्य लगने वाला अंतरा आणविक बल ठोस से कम परंतु गैस अवस्था से ज्यादा होता है।
- इनके अणुओं के मध्य की दूरी ठोस से ज्यादा परंतु गैस से कम पाई जाती है।
- द्रव अवस्था में रहने वाले पदार्थों का आयतन तो निश्चित होता है परंतु आकार निश्चित नहीं होता है।
- द्रव अवस्था के पदार्थों का घनत्व ठोस पदार्थ की अपेक्षा में कम होता है।
गैस अवस्था
- इस अवस्था में अणु या परमाणुओं के मध्य लगने वाला आकर्षण बल काफी न्यूनतम होता है।
- इनके अवयव कणों के मध्य की दूरी अधिकतम होती है।
- गैस अवस्था में रहने वाले पदार्थों का आकार का आयतन निश्चित नहीं होता है अतः यह जिस बर्तन में रखे जाते हैं उसी का आकार और आयतन ले लेते हैं।
- इन पदार्थों का घनत्व न्यूनतम होता है।
प्लाज्मा अवस्था
- इस अवस्था में रहने वाले पदार्थों के मध्य लगने वाला अंतरा आणविक बल ठोस की अपेक्षा ज्यादा परंतु द्रव की कम ज्यादा होता है।
- इनके अणु या परमाणु के मध्य की दूरी ठोस की अपेक्षा अधिक परंतु द्रव की अपेक्षा कम होती है।
- यदि इस प्रकार के पदार्थों की बात की जाए तो इनका आकार व आयतन ठोस तथा द्रव पदार्थों के मध्य का होता है।
- प्लाज्मा अवस्था वाले पदार्थों का घनत्व ठोस से कम परंतु जब से ज्यादा होता है।
ठोस के कितने प्रकार हैं? How many types of Solids?
ठोस के निम्नलिखित दो प्रकार दिए गए हैं –
क्रिस्टलीय ठोस या वास्तविक ठोस –
इस प्रकार के ठोस में इनके अवयवों के कण एक नियत क्रम में दीर्घ पारसी कंडीशन में विस्तृत रहते हैं, क्रिस्टलीय ठोस या वास्तविक ठोस कहलाते हैं। उदाहरण के लिए धातुएं, हीरा आदि।
क्रिस्टलीय ठोस के गुण निम्नलिखित हैं:-
- क्रिस्टलीय ठोस दीर्घ परासी कंडीशन में विस्तृत रहते हैं।
- इस प्रकार के ठोस पदार्थों में विदलन का गुणधर्म पाया जाता है।
- ऐसे पदार्थ विषमदेसिकता कि गुण को भी दर्शाते हैं।
- क्रिस्टलीय ठोस है वास्तविक ठोस में असतत स्पेक्ट्रम पाए जाते हैं।
- इन पदार्थों के गलनांक व क्वाथनांक तीक्ष्ण होते हैं।
अक्रिस्टलीय और आभासी ठोस
ऐसे ठोस होते हैं जिनके अनु या कण एक निश्चित आकृति में व्यवस्थित रहते हैं, अक्रिस्टलीय या फिर आभासी ठोस कहलाते हैं।
उदाहरण के लिए प्लास्टिक, कांच, रबर आदि।
अक्रिस्टलीय ठोस ओके गुड निम्नलिखित हैं:-
- यह लघु परास में व्यवस्थित रहते हैं।
- गलनांक और क्वथनांक क्रिस्टलीय ठोसों की अपेक्षा काफी कम होते हैं।
- यह पदार्थ समदेसिकता का गुण दर्शाते हैं।
- इनमें सतत स्पेक्ट्रम पाए जाते हैं।
- इन पदार्थों के द्वारा विदलन का गुण नहीं दिखाया जाता है।
अब हम अपने आर्टिकल ठोस अवस्था किसे कहते हैं के माध्यम से आपको अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों की जानकारी देने जा रहे हैं।
ठोस अवस्था से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न Frequently Asked Questions related to Solid State
प्रश्न – ठोस अपशिष्ट क्या है?
उत्तर – ऐसी ठोस पदार्थ जिनका एक बार उपयोग कर लेने के बाद वे बेकार हो जाते हैं तथा पुनः उपयोग में नहीं लाया जा सकते हैं, ठोस अपशिष्ट कहलाते हैं।
प्रश्न – ठोस का विलोम शब्द क्या है?
उत्तर – तरल, ठोस का विलोम शब्द होता है।
प्रश्न – ठोस द्रव गैस में अंतर बताओ?
उत्तर – ठोसों के मध्य प्रबल अंतरा आणविक बल पाया जाता है। द्रवों में यह अंतरा आणविक बल ठोस की अपेक्षा कम होता है। जबकि गैसों में यह बल न्यूनतम होता है।
ठोस का आकार और आयतन निश्चित होता है। द्रव का आयतन सुनिश्चित होता है परंतु आकर अनिश्चित होता है। इसी प्रकार द्रवों का ना तो आयतन निश्चित होता है और ना ही आकार निश्चित होता है।
निष्कर्ष
आज हमने जाना कि ठोस अवस्था किसे कहते हैं? ठोस के प्रकार क्या है? ठोस अवस्था कक्षा 12, solid in hindi, ठोस की विशेषताएं भी आर्टिकल के द्वारा सर आपको समझाई गई है। यदि इसके बाद भी आपको कोई भी प्रश्न अगर बाकी है तो आप कमेंट सेक्शन में हमसे बेझिझक पूछ सकते हैं।