सोडियम क्या है? इसके उपयोग, रासायनिक प्रतीक, सूत्र और परमाणु क्रमांक
दोस्तों एक बार फिर से आपका स्वागत है हिंदी केमिस्ट्री की इस एक बेहतरीन वेबसाइट पर। आज हम आपको बताएंगे कि सोडियम क्या है (Sodium Kya Hai), सोडियम क्या है धातु या अधातु (Sodium Kaisa Hota Hai) आदि। रसायन विज्ञान में बहुत सारे तत्व हैं जिनकी अपनी-अपनी विशेषताएं हैं। ब्रह्मांड का कोई भी पार्टिकल परमाणु से मिलकर बना होता है। यदि हम रसायन विज्ञान के छात्र हैं तो हमें महत्वपूर्ण तत्वों के बारे में जानकारी अवश्य होनी चाहिए। हमारे लिए का उद्देश्य यही है कि आपको सोडियम के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों जैसे कि सोडियम का रासायनिक प्रतीक है, सोडियम का परमाणु क्रमांक क्या है, Sodium Test in Hindi आदि के बारे में आपको जानकारी देंगे क्योंकि यह प्रश्न इतने महत्वपूर्ण है कि बोर्ड परीक्षाओं से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक बहुत पूछे जाते हैं। ऐसे में मरता है तो बनता है कि आपको सरल भाषा में हर चीज समझाई जाए। सोडियम एक बहुत क्रियाशील धातु है जिसके अपने आप में ही बहुत महत्वपूर्ण गुण हैं और यह कई प्रकार के यौगिकों का निर्माण करता है जिनका दैनिक जीवन में बहुत प्रयोग किया जाता है। तो चलिए जान लेते हैं इसके बारे में और अधिक जानकारी।
सोडियम की परिभाषा
सोडियम एक रासायनिक तत्व है जिसे आवर्त सारणी में फर्स्ट समूह में रखा गया है। सोडियम का रासायनिक प्रतीक है Na, यह सोडियम और पोटेशियम के साथ क्षार धातु परिवार का सदस्य है। सोडियम का परमाणु क्रमांक 11 होता है। हमारे घरों में इस्तेमाल किया जाने वाला टेबल नमक सोडियम क्लोराइड से बना होता है जिसमें से यह सोडियम इसी के कारण बहुत प्रसिद्ध है। चूंकि यह बहुत ही क्रियाशील तत्व होता है अतः यह मुक्त अवस्था में बहुत कम या फिर नहीं पाया जाता है। संयुक्त अवस्था में यह अन्य परमाणुओं के साथ जैसे कि क्लोराइड, कार्बोनेट, सल्फेट, नाइट्रेट और बोरेट के रूप में पाया जाता है।
रासायनिक प्रतीक = Na सोडियम का परमाणु क्रमांक = 11 सोडियम का सूत्र = Na
सोडियम की भौतिक विशेषताएं
- यह चांदी के समान सफेद रंग की धातु होती है।
- यह स्पर्श में मुलायम होती है और इसको हम चाकू से आसानी से काट सकते हैं।
- इस का आपेक्षिक घनत्व का मान 0.97 होता है तथा यह पानी से हल्का होने के कारण पानी पर ही तैरने लगता है।
- यह विद्युत का सुचालक होता है अर्थात यह अपने अंदर से धाराप्रवाह कर सकता है।
- यह धातु कार्बनिक विलायक जैसे कि बेंजीन और ether में विलय होता है।
- इस सोडियम हाइड्रोक्साइड वायु में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड से सहयोग करके ssसोडियम कार्बोनेट का निर्माण करता है और यही कारण है कि सोडियम जैसी क्रियाशील धातु को केरोसिन तेल के अंदर डुबोकर रखा जाता है।
सोडियम के उपयोग
अब हम अपने इस लेख सोडियम क्या है के अंतर्गत आपको सोडियम धातु के महत्वपूर्ण उपयोग बताने जा रहे हैं जो कि आपको जानना बहुत ही जरूरी है। सोडियम के उपयोग निम्न प्रकार हैं –
- इसका प्रयोग कुछ मिश्र धातु किस संरचना में सुधार करना के लिए भी किया जाता है। इसके अतिरिक्त साबुन निकली हुई धातुओं का शुद्धिकरण और सोडियम वाष्प लैंप को बनाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
- विभिन्न प्रकार की संख्या डिग्री अक्षांश में सोडियम धातु का प्रयोग किया जाता है।
- टेट्रा एथिल लेड नामक एंटी नॉकिंग योगिक बनाने में सोडियम लेड मिश्र धातु का उपयोग किया जाता है।
- लिक्विड सोडियम का उपयोग न्यूक्लियर रिएक्टर में कूलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है।
सोडियम के कुछ महत्वपूर्ण यौगिक व उनके उपयोग
अब हम अपने स्लिप सोडियम क्या है क्या तगत आपको से कुछ महत्वपूर्ण यौगिक के बारे में बताना चाह रहे हैं जो दैनिक जीवन में भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं जो कि निम्न प्रकार है –
सोडियम हाइड्रोक्साइड
सोडियम हाइड्रोक्साइड को कास्टिक सोडा के नाम से भी जाना जाता है। इसको दाहक सोडा भी कहा जाता है। इसका उपयोग साबुन बनाने में पेट्रोलियम को सिद्ध करने में सूती कपड़ों में एक नई चमक पैदा करने में रंग तथा रे ऑन बनाने आदि में प्रयोग किया जाता है। सोडियम धातु के निर्माण में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
सोडियम कार्बोनेट
इस सोडियम कार्बोनेट को वाशिंग सोडा या फिर धोने वाला सोडा कहा जाता है। इसका उपयोग बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के लिए ली ब्लॉक विधि या फिर सोल्वे विधि अथवा वैद्युत विधि द्वारा किया जाता है। इसका उपयोग जल का खारापन दूर करने में किया जाता है पेट्रोल को शुद्ध करने में किया जाता है। प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में भी इसका इस्तेमाल अच्छे से किया जाता है।
ग्लोवर साल्ट
ग्लोबल साल्ट, सोडियम सल्फेट को कहा जाता है। जब सोडियम हाइड्रोक्साइड या फिर सोडियम कार्बोनेट पर सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया कराई जाती है तब ग्लोबर साल्ट प्राप्त होता है। यह एक रंग है तथा रेशेदार ठोस पदार्थ होता है तथा इसके एक अणु में जल के 10 मॉलिक्यूल्स मौजूद होते हैं। इसका उपयोग कागज बनाने दवा बनाने का तरीका बनाने आदि में प्रयोग किया जाता है।
सोडियम क्लोराइड
यह सबसे महत्वपूर्ण योगिक है जिसे हम साधारण नमक भी कहते हैं। समुद्र के जल का वाष्पीकरण करने के बाद नमक का उत्पादन होता है। सोडियम क्लोराइड अर्थात साधारण नमक को बर्फ के साथ में आकर फ्रीजिंग मिक्सचर अर्थात हिम मिश्रण तैयार किया जाता है। नमक के प्रयोग के बारे में तो हर कोई जानता है बिना नमक के खाने में स्वाद लाना असंभव सा है अर्थात कहा जा सकता है सोडियम क्लोराइड बहुत महत्वपूर्ण योगिक है।
पूछे गए प्रश्न (FAQ)
प्रश्न: सोडियम धातु को मिट्टी के तेल में क्यों रखा जाता है?
उत्तर: ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि सोडियम एक बहुत ही क्रियाशील धातु है। अगर यदि इसे खुला रख देंगे तो यह हवा में ऑक्सीजन और नमी के साथ अभिक्रिया करता है। इसे बाहरी संपर्क से बचाने के लिए हमेशा मिट्टी के तेल में डुबोकर रखते हैं।
प्रश्न: शरीर में सोडियम बढ़ाने के उपाय बताएं?
उत्तर: सोडियम की कमी को दूर करने के लिए सोडियम क्लोराइड की बोतले चढ़ाई जाती है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर और उचित मात्रा में नमक लेने पर इसकी कमी को दूर किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त आप चुकंदर का सेवन करके भी सोडियम की कमी को दूर कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के लेख में आपने जाना कि सोडियम क्या है इन हिंदी। आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। यदि यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ हो तो आप इसे अपने दोस्तों में भी शेयर कर सकते हैं। रसायन विज्ञान की वेबसाइट पर हम आपके लिए महत्वपूर्ण आर्टिकल लाते रहते हैं। बहुत जल्द मिलेंगे एक नए आर्टिकल के साथ तब तक के लिए नमस्कार साथियों।