रोजेनमुंड अभिक्रिया या रोजेनमुण्ड अपचयन अभिक्रिया क्या है?
दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको रोजेनमुंड अभिक्रिया या रोजेनमुण्ड अपचयन अभिक्रिया क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएगे। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है इस टॉपिक के बारे में परीक्षाओं में पूछ लिया जाता है। इसलिए इस टॉपिक के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। आप को इस आर्टिकल में रोजेनमुंड अभिक्रिया से सम्बंधित सभी जानकारी जानकारी प्रदान करा दी जाएगी। इसलिए इस टॉपिक को अंत तक जरूर पढ़ें। ताकि यह टॉपिक आप को अच्छे से समझ आ सके।
इससे पिछले आर्टिकल में हमने आपको अभिक्रिया की कोटि किसे कहते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। जो एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। इस टॉपिक के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। यदि आपने अभी तक इस टॉपिक को नहीं पढ़ा है तो आप हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट से इस टॉपिक को पढ़ सकते हैं। आज हम आपको रोजेनमुंड अभिक्रिया या रोजेनमुंड अपचयन अभिक्रिया किसे कहते हैं, रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। रोजेनमुंड अभिक्रिया से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
रोजेनमुंड अभिक्रिया किसे कहते हैं?
ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एसिड क्लोराइड का Pd तथा BaSO4 (उत्प्रेरक) उबलती जाइलीन की उपस्थिति में हाइड्रोजन के द्वारा आंशिक अपचयन कराने पर एल्डिहाइड प्राप्त होते हैं। ऐसी रासायनिक अभिक्रिया रोजेनमुंड अभिक्रिया या रोजेनमुंड रोजेनमुंड अपचयन अभिक्रिया कहलाती है। इस रासायनिक अभिक्रिया का उपयोग एल्डिहाइड के निर्माण में होता है। सरल भाषा में इसे समझें तो जब एसिड क्लोराइड के जाइलीन में बने विलयन में पैलेडियम युक्त BaSO4 की उपस्थिति में हाइड्रोजन गैस प्रवाहित की जाती है। तो एसिड क्लोराइड का अपचयन हो जाता है और इस प्रकार एल्डिहाइड बनता है। इस अभिक्रिया को ही हम रोजेनमुंड अभिक्रिया या रोजेनमुंड अपचयन अभिक्रिया कहते हैं? अब हम रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण बारे में विस्तार के साथ जानने वाले हैं। तो आइए जानते हैं रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण के बारे में।
रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण
इससे ऊपर के लेख में हमने आपको रोजेनमुंड अभिक्रिया क्या है? या रोजेनमुंड अपचयन अभिक्रिया क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। तो बिना किसी देरी के आइए जानते हैं रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण के बारे में। रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण निम्नलिखित हैं।
जब एसिटिल क्लोराइड के जाइलीन में बने विलयन में पैलेडियम युक्त BaSO4 की उपस्थिति में हाइड्रोजन गैस प्रवाहित की जाती है। तो एसिटिल क्लोराइड का अपचयन हो जाता है और इस प्रकार एसिटेल्डिहाइड का निर्माण हो जाता है।
CH3COCl + H2 ____Pd/BaSO4____> CH3CHO + HCl
(एसिटिल क्लोराइड) (जाइलीन) (एसिटेल्डिहाइड)
C6H5COCl + H2 ____________> C6H5CHO + HCl
रोजेनमुंड अभिक्रिया का सूत्र
इससे ऊपर के लेख में हमने आपको रोजेनमुंड अभिक्रिया क्या है? या रोजेनमुंड अपचयन अभिक्रिया क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। इसके साथ साथ हमने आपको रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार से बताया है। अब हम आपको रोजेनमुंड अभिक्रिया के सूत्र के बारे में बताते हैं। इस सूत्र की सहायता से आप रोजेनमुंड अभिक्रिया व इसके उदाहरण को जल्दी याद कर सकते हैं। रोजेनमुंड अभिक्रिया का सूत्र निम्नलिखित हैं।
R – C0Cl + H2 ____________> R – CHO + HCl
इस सूत्र की सहायता से आप रोजेनमुंड अभिक्रिया में बनने वाले उत्पाद का पता आसानी से लगा सकते हैं। यह इस अभिक्रिया का महत्वपूर्ण सूत्र है। इसलिए इस अभिक्रिया सूत्र के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए।
FAQ (पूछे गए प्रश्न)
प्रश्न- एसिटिल क्लोराइड की अभिक्रिया मेथेनोल से कराने पर क्या बनता है।
उत्तर- एसिटिल क्लोराइड की अभिक्रिया मेथेनोल से कराने पर मेथिल एसिटेट और HCl प्राप्त होता है।
प्रश्न – एसिटिक अम्ल की रासायनिक अभिक्रियाएँ लिखिए या एसिटिक अम्ल से निम्नलिखित कैसे प्राप्त करेंगे?
- एसिटिल क्लोराइड (CH3COCl)
- एसिटामाइड (CH3CONH2)
- एसिटिक एनहीड्राइड (CH3CO)2O
- एथिल एसिटेट (CH3-COOC2H5)
एसिटिक अम्ल से एसिटिल क्लोराइड – जब एसिटिक अम्ल की अभिक्रिया PCl5 से कराते हैं तो एसिटिल क्लोराइड (CH3COCl) प्राप्त होता है।
CH3COOH + PCl5 _________> CH3 – COCl + POCl3 + HCl
एसिटिक अम्ल से एसिटामाइड – जब एसिटिक अम्ल की अभिक्रिया अमोनिया के साथ कराते हैं तो अमोनियम एसिटेट प्राप्त होता है और अमोनियम एसिटेट को गर्म करने पर एसिटामाइड (CH3CONH2) प्राप्त होता है।
CH3COOH + NH3 _________> CH3COONH4 ___गर्म_____> CH3CONH2
एसिटिक अम्ल से एसिटिक एनहीड्राइड – जब एसिटिक अम्ल के दो अणुओं की अभिक्रिया P2O5 की उपस्थिति में गर्म किया जाता है तो एक जल का अणु उसमे से निकल जाता है और एसिटिक एनहीड्राइड (CH3CO)2O प्राप्त होता है।
2CH3COOH ____P2O5_____> (CH3CO)2O + H2O
एसिटिक अम्ल से एथिल एसिटेट – जब एसिटिक अम्ल की एथिल अल्कोहल के साथ सांद्र H2SO4 की उपस्थिति में अभिक्रिया करायी जाती है तो एथिल एसिटेट (CH3-COOC2H5) प्राप्त होता है।
CH3COOH + C2H5-OH _con. H2SO4___> CH3-COOC2H5 + H2O
प्रश्न – जाइलीन किसे कहते हैं।
उत्तर- जाइलीन एक कार्बनिक यौगिक होता है इसे डाइमिथाइल बेंजीन या जाइलोल भी कहा जाता है। इसका रासायनिक सूत्र C6H4(CH3)2 होता है। यह एक रंगहीन, पारदर्शी, ज्वलनशील तरल पदार्थ होता है। इसके तीन समावयव मेटाजाइलीन, पेराजाइलीन तथा आर्थोजाइलीन होते हैं। जाइलीन कच्चे तेल, गैसोलीन और विमान ईंधन में पाया जाता है। जाइलीन जल में अघुलनशील होता है जबकि ये एल्कोहल में विलय होता है।
प्रश्न – क्या रोजेनमुंड अभिक्रिया द्वारा फॉर्मलाडेहाइड का निर्माण कर सकते हैं?
उत्तर- रोजेनमुंड अभिक्रिया अपचयन अभिक्रिया के द्वारा एल्डिहाइड का निर्माण किया जाता है। लेकिन इस अभिक्रिया के द्वारा फॉर्मलाडेहाइड का निर्माण नहीं किया जा सकता है क्योंकि फॉर्मलाडेहाइड (CH2O) कमरे के ताप पर अस्थिर होता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको रोजेनमुंड अभिक्रिया क्या है या रोजेनमुंड अपचयन अभिक्रिया क्या हैं? रोजेनमुंड अभिक्रिया के उदाहरण क्या होते हैं तथा रोजेनमुंड अभिक्रिया का सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। इस टॉपिक के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। इसी प्रकार के महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट पर देते रहते हैं। इसी प्रकार के अन्य महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।