कार्बनिक रसायन किसे कहते हैं | What is Organic Chemistry in Hindi?
विज्ञान अपने अंदर तमाम रहस्यों को समाहित किए हुए हैं। इसके संपूर्ण ज्ञान को प्राप्त कर पाना असंभव सा है। विज्ञान की शाखा रसायन विज्ञान के अंतर्गत आने वाला विषय कार्बनिक रसायन एक अलग भूमिका निभाता है। कार्बनिक रसायन ने अपने प्रयोगों से आधुनिक युग में क्रांति ला दी है। यहां तक की इसके अभाव में हमारे जीवन यापन को लगाम तक लग सकती है। आपको जानकर आश्चर्य जरूर होगा कि दैनिक जीवन में हम जितने भी खाद्य पदार्थों को खाते हैं, वे सभी कार्बनिक रसायन का ही एक रूप है। इसके अलावा कार्बनिक रसायन से संबंधित बहुत ही अहम जानकारी हमने अपने आर्टिकल Organic Chemistry in Hindi में आगे बतायी है।
कार्बनिक रसायन किसे कहते है? इसका इतिहास कितना पुराना है? Epimerization क्या होता है एवं कार्बनिक अभिक्रियाओं के प्रकार आदि के विषय में इस आर्टिकल Organic Chemistry in Hindi में विस्तार से वर्णन किया गया है। इसके साथ ही दैनिक जीवन में कार्बनिक रसायन का क्या महत्व है इस topic पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई है।
कार्बनिक रसायन किसे कहते हैं? What is Organic Chemistry in Hindi?
रसायन विज्ञान की वह शाखा कार्बनिक रसायन कहलाती है जिसके अंतर्गत हम कार्बन, हाइड्रोजन तथा कार्बन से बने यौगिकों के गुणधर्म भौतिक तथा रासायनिक गतिविधियों का अध्ययन करते हैं। अर्थात organic chemistry definition in Hindi कुछ इस प्रकार है- कार्बनिक रसायन में कार्बन और हाइड्रोजन के अणुओं वाले रासायनिक यौगिकों की संरचना, गुणधर्म, रासायनिक अभिक्रियाओं का अध्यन करते हैं। कार्बनिक यौगिकों के मध्य प्राय: सह संयोजक बंध पाए जाते हैं और इनकी खास बात यह होती है कि कार्बनिक यौगिक सिर्फ कार्बनिक विलायक में ही घुलनशील होते हैं। कार्बनिक विलायक के उदाहरण जैसे कि मेथेन, एसिटिक अम्ल, कार्बोहाइड्रेट, यूरिया आदि हैं।
कार्बनिक रसायन का इतिहास – History Of Organic Chemistry
कार्बनिक रसायन का इतिहास बहुत ही पुराना है। सन 1675 में Lemri नाम के वैज्ञानिक ने प्राकृतिक रूप से प्राप्त किए गए रसायनों को 3 वर्गों में बांट दिया था, जो कि इस प्रकार है – खनिज और वानस्पतिक, जन्तुओं से प्राप्त रसायन। इसके पश्चात सन 1784 में महान वैज्ञानिक Antoine Lavoisier ने यह बताया कि वनस्पतियों एवं जीवो से प्राप्त होने वाले सभी पदार्थ या उत्पाद मुख्यता कार्बन और हाइड्रोजन तत्वों से मिलकर बने हैं। इसके अतिरिक्त कुछ मात्रा में नाइट्रोजन, सल्फर और ऑक्सीजन तत्व भी मौजूद होते हैं।
इसके पश्चात 1828 में फ्रेडरिक बोला नामक वैज्ञानिक ने अपनी प्रयोगशाला में साधारण तकनीकों का प्रयोग करते हुए अकार्बनिक पदार्थों से कार्बनिक पदार्थ यूरिया का निर्माण किया था। यह दूसरी बार था जब किसी ने कार्बनिक पदार्थ का निर्माण किया था। सब से पहला कार्बनिक पदार्थ अमोनियम ऑक्सलेट था। कार्बनिक यौगिकों के निर्माण की विधि के लिए निरंतर प्रयोग होते रहे और सन 18 सो 56 में वैज्ञानिक विलियम पर करने संयोगवश प्रथम कार्बनिक रंजक का निर्माण कर दिया। Organic Chemistry in Hindi के अंतर्गत epimerization को विस्तृत रूप से समझने के लिए आर्टिकल के अगले चरण को पढ़ना अति आवश्यक है।
Epimerization क्या होता हैं? – Epimerization Definition
ऐसे ही होगे जिनमें दो कार्बन परमाणु chiral होते हैं, उनमें से भी किसी एक कार्बन परमाणु का विन्यास परिवर्तित कर दिया जाए तो इस क्रिया को epimerization कहते हैं। उदाहरण के लिए Glucose और mannose द्वितीय कार्बन पर अर्थात C 2 पर एक दूसरे के एपिमर्स होते हैं। आर्टिकल Organic Chemistry in Hindi में इसके पश्चात कार्बनिक रसायन के अनुप्रयोग को स्पष्ट रूप में समझाया गया है।
कार्बनिक अभिक्रियाएं किसे कहते हैं? – What are Organic Reactions?
कार्बनिक यौगिकों के मध्य होने वाली अभिक्रियाओ को कार्बनिक अभिक्रिया कहते हैं। इंग्लिश में इन्हे Organic Reaction के नाम से जाना जाता है। किसी योगिक या पदार्थ का जलना भी एक कार्बनिक अभिक्रिया है। हम दैनिक जीवन में जो साबुन का प्रयोग करते हैं वह बसा और तेल की अभिक्रिया से मिलकर तैयार होता है। यह सभी क्रिया को साबुनीकरण कहते हैं जो कि एक बहुत ही प्राचीन रसायनिक कार्बनिक अभिक्रिया है। शराब बनाने की विधि भी एक रासायनिक कार्बनिक अभिक्रिया का परिणाम है।
कार्बनिक अभिक्रिया चार प्रकार की होती हैं –
- प्रतिस्थापन अथवा विस्थापन अभिक्रिया
- योगात्मक अभिक्रिया
- निराकरण (विलोपन) अभिक्रिया
- पुनर्विन्यास अभिक्रिया
प्रतिस्थापन या विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reactions)
इन अभीक्रियाओं में कार्बनिक अणु के किसी परमाणु का विस्थापन दूसरे अणु द्वारा कर दिया जाता है, परंतु जिस अणु से परमाणु विस्थापित होता है उस अणु की संरचना में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
योगात्मक अभिक्रिया (Addition Reactions)
जब दो या दो से अधिक पदार्थ आपस में मिलकर एक नया पदार्थ का निर्माण करते हैं तो ऐसी अभिक्रियाँ योगात्मक अभिक्रिया कहलाती हैं।
निराकरण अभिक्रिया (Elimination Reactions)
इस प्रकार की अभिक्रियाओं में जब दो पदार्थ आपस में मिलते है तो किसी एक अणु के दो कार्बन परमाणुओं से एक अन्य पदार्थ का निष्कासन हो जाता है, जिस कारण इन्हे निराकरण अभिक्रियां कहते हैं।
पुनर्विन्यास अभिक्रिया (Rearrangement Reactions)
इस प्रकार की अभिक्रिया के अंतर्गत कार्बनिक अणु को पुनर व्यवस्थित करके उसके संरचनात्मक समावयवी का निर्माण किया जाता है।
कार्बनिक रसायन के अनुप्रयोग – Applications of Organic Chemistry
रसायन विज्ञान ने मानव जीवन को बहुत ही सरल रूप दिया है। इसके भाग कार्बनिक रसायन की महत्वता अपने आप में ही अलग है एवं जीवन की उत्पत्ति में सबसे अहम भूमिका कार्बनिक रसायन की ही है। कार्बनिक रसायन के कुछ प्रमुख उपयोग निम्न प्रकार हैं-
भोजन
भोजन में मुख्यतः प्रयोग होने वाले ज्यादातर खाद्य पदार्थ कार्बनिक योगिक ही होते हैं। रोटी, चावल, मक्का, बाजरा आदि में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन, फैट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह सभी कार्बन और हाइड्रोजन तत्व से मिलकर बने होते हैं, जिन्हें हम कार्बनिक पदार्थ कहते हैं। अतः कार्बनिक रसायन का हमारे खाद्य पदार्थ को बनाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
औषधियां
दर्द निवारक गोली जैसे कि पेरासिटामोल, एस्प्रिन, डिक्लोफेनाक आदि कार्बनिक पदार्थ है। कृषि के क्षेत्र में भी कीटनाशक दवाइयां जैसे डीडीटी, BHC, Gamaxeen आदि कार्बनिक पदार्थ ही हैं।
प्रसाधन सामग्री
सामान्य दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले प्रसाधन सामग्रियों जैसे की क्रीम, तेल, पाउडर, आदि का निर्माण कार्बनिक रसायन के अनुप्रयोगों का ही एक उदाहरण है।
दैनिक पदार्थ
रोजमर्रा की जिंदगी में प्रयोग होने वाले बहुत ही महत्वपूर्ण पदार्थ जैसे की पेन पेंसिल कपड़े घरेलू गैस, मिट्टी का तेल, आदि कार्बनिक रसायन की जानकारियों को समाहित करके ही बनाए जाते हैं।
औद्योगिक क्षेत्र
उद्योगों में बड़ी-बड़ी मशीनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है जो की कार्बनिक पदार्थो जैसे की तेल, ज्वलनशील सामिग्री आदि से संचालित की जाती हैं। इसके अलावा औधोगिक क्षेत्र में कार्बनिक रसायन के प्रयोग से कई महत्वपूर्ण पदार्थों का निर्माण किया जाता है।
निष्कर्ष
कार्बनिक रसायन से जुड़े आज हमने कई पहलुओं को जाना जैसे कि Organic Chemistry in Hindi के बारे में। जिसमे विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं के साथ-साथ हमने उनकी विशेषताओं के बारे मे भी बताया। आशा करता हूँ की आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। सुझाओ के लिए कॉमेंट जरूर करें। अगर आपको हमारा ये ब्लॉग हिंदी केमिस्ट्री पसंद आया हो तो अपने दोस्तों में शेयर ज़रूर करें। धन्यबाद