लवण किसे कहते हैं इसकी परिभाषा, प्रकार, उदाहरण तथा गुण

लवण किसे कहते हैं
4.7/5 - (3 votes)

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे हिंदी केमिस्ट्री के वेबसाइट पर। आज हम आपके लिए नया आर्टिकल लेकर आए हैं जिसका नाम है लवण किसे कहते हैं। आपको विस्तार से बताएंगे कि Lavan Ki Paribhasha क्या होती है और Lavan Kya Hai? इससे पहले के लेख में हमने आपको अम्ल के बारे में विस्तार से बताया था। आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके उस आर्टिकल को भी पढ़ सकते हैं। लवण एक बहुत महत्वपूर्ण रासायनिक यौगिक है जिसका इस्तेमाल बहुत बड़ी मात्रा में दिन प्रतिदिन किया जाता है। हमारे घरों में खाने में प्रयोग किया जाने वाला नमक एक प्रमुख लवण का उदाहरण है।

आज हम महत्वपूर्ण प्रश्नों को विस्तार से बताने वाले हैं वे कुछ इस प्रकार होंगे कि लवण किसे कहते हैं, Salt Kya Hai, लवण क्या है आदि। कभी-कभी बोर्ड परीक्षा में प्रश्न आ जाता है कि अम्ल क्षार एवं लवण के बारे में विस्तार से लिखिए। आप हमारी वेबसाइट की मदद से इन तीनों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं अपना आर्टिकल बिना किसी देर के।

अम्ल किसे कहते हैं?

लवण किसे कहते हैं? What is Salt in Hindi?

ऐसे रासायनिक यौगिक जिनके रासायनिक संगठन में अम्ल तथा क्षार दोनों के तत्व पाए जाते हैं, तो उन्हें हम लगन कहते हैं। लवणों के कुछ उदाहरण जैसे कि सोडियम क्लोराइड, सोडियम नाइट्रेट, और बेरियम सल्फेट आदि है।

लवण को परिभाषित करने का एक और प्रकार यह है कि जब हम किसी अम्ल और क्षार की आपस में क्रिया कराते हैं तब लवण का निर्माण होता है और इस अभिक्रिया का नाम उदासीनीकरण अभिक्रिया होता है। आप इसे निम्नलिखित देगी अभिक्रिया से भी समझ सकते हैं।उम्मीद करते हैं आपको लवण की परिभाषा भली-भांति समझ में आ गई होगी, चलिए अब लवण के प्रकार के बारे में अध्ययन कर लेते हैं।

लवण कितने प्रकार के होते हैं?

लवण सामान्यता तीन प्रकार के होते हैं –

लवण कितने प्रकार के होते हैं

1. सरल लवण

जब किसी अम्ल की अभिक्रिया चार से कराई जाती है तो जो लवण प्राप्त होते हैं हम उन्हें सरल लवण कहते हैं। इन्हें भी तीन भागों में बांटा गया है।

a. सामान्य लवण – ऐसे लवण जिनमे उपस्थित हाइड्रोजन या हाइड्रोक्साइड आयन विस्थापित नहीं होते हैं सामान्य लवण कहलाते हैं। उदाहरण : NaCl, Na3PO4, KNO3

b. अम्लीय लवण – ऐसे लवण जिनमे हाइड्रोजन आयन के विस्थापित होने की संख्या एक या एक से अधिक होती है तो उन्हें अम्लीय लवण कहा जाता है। उदाहरण : NaHSO4, NaHCO3, NaHS

c. क्षारीय लवण – वे लवण जिनमें विस्थापित होने वाले हाइड्रोक्साइड आयन की संख्या एक या एक से अधिक होती है क्षारीय लवण कहलाते हैं। उदाहरण : Mg(OH)Cl, [Mg(OH)2। MgCO3], [Cu(OH)2.CuCO3)

2. द्विक लवण

ऐसे लवण जो दो सरल लवणों के जलीय विलयन के वाष्पीकृत होने से प्राप्त होते हैं, द्विक लवण कहलाते हैं। ऐसे लोग केवल ठोस अवस्था में ही पाए जाते हैं तथा विलयन अवस्था में नहीं। द्विक लवण में उपस्थित सरल लवण का अनुपात एक निश्चित रहता है।
उदाहरण : पोटाश एलम फिटकरी [K2S04.Fe2 (SO4)3.24H2O] तथा फेरस अमोनियम सल्फेट [FeS04.(NH4)2S04.6H2O]

3. संकर लवण

ऐसे लवण जिनमें Ions या फिर उदासीन Molecules किसी धातु धनायन के साथ उपसहसंयोजक बंध बनाते हैं तो ऐसे लवण को संकर लवण कहा जाता है। जब इस प्रकार के लवण को जेल में घोला जाता है तो यह आयन देते हैं। इन लवणों का अस्तित्व विलयन तथा ठोस दोनों अवस्थाओं में पाया जाता है।

उदाहरण : टेट्रा एम्मीन कॉपर (II) सल्फेट ([Cu(NH3)4]SO4), पोटैशियम फेरोसायनाइड (K4[Fe(CN)6])

उदासीनीकरण अभिक्रिया किसे कहते हैं?

जब अम्ल और क्षार को आपस में मिलाया जाता है तो यह सभी क्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं। इस अभिक्रिया में कुछ ऊर्जा मुक्त होती है तथा लवण और जल का निर्माण होता है। उदाहरण के लिए जब हाइड्रोजन क्लोराइड और सोडियम हाइड्रोक्साइड की अभिक्रिया आपस में कराई जाती है, सोडियम क्लोराइड लवण तथा जल का निर्माण होता है। इसे ही उदासीनीकरण अभिक्रिया कहा जाता है।

प्रोटीन क्या है?

लवण के गुण

  • लवणों की अभिक्रिया अम्ल के साथ कराने पर अन्य लवण तथा अम्ल का निर्माण करते हैं। उदाहरण : जब सोडियम क्लोराइड की अभिक्रिया सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ कराई जाती है तब सोडियम सल्फेट और हाइड्रोजन गैस निकलती है।
  • इसी प्रकार जब लवणों की अभिक्रिया क्षार के साथ कराई जाती है तो अन्य लवण तथा क्षार प्राप्त होता है।
  • लवण को जल में घुलने पर जल की प्रकृति अम्लीय, क्षारीय तथा उदासीन किसी भी प्रकार की हो सकती है यह उस लवण में उपस्थित अम्ल और क्षार के मूलको पर निर्भर करता है।

lavan kise kahate hain

लवण के उपयोग (Uses Of Salts)

अब हम इसलिए लवण किसे कहते हैं के माध्यम से आपको उसके उपयोगों के बारे में व्याख्या करेंगे क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण योगिक है। अतः के बारे में जानना है आपके लिए अति आवश्यक हो जाता है। लवण के उपयोग निम्न प्रकार हैं –

सोडियम क्लोराइड के उपयोग
यह एक सामान्य लवण है जिसे खाना पकाने वाली गैस में प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त यह मांस मछली अचार आदि को सुरक्षित रखने के लिए परिरक्षक के रुप में भी कार्य करता है। सर्दियों में ठंडे देशों में बर्फ पिलाने के लिए सोडियम क्लोराइड का उपयोग किया जाता है। बेकिंग सोडा, वॉशिंग सोडा आदि बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है।

सोडियम बाई कार्बोनेट के उपयोग
यह एक antacid एसिड के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल आग बुझाने में किया जाता है तथा बेकिंग पाउडर बनाने में भी उसका इस्तेमाल किया जाता है।

ब्लीचिंग पाउडर के उपयोग
यह भी एक प्रकार का लवण है जिसका उपयोग काफी देखा गया है। इससे क्लोरोफॉर्म का निर्माण किया जाता है तथा पानी में उपस्थित कीटाणु को भी नष्ट किया जाता है। इसके अलावा ही है विरंजक के रूप में कार्य करता है अर्थात यह वस्तुओं से उनके रंग उड़ाने में सहायता करता है।

प्लास्टर ऑफ पेरिस के उपयोग
चूंकि यह एक महत्वपूर्ण रासायनिक लवण है अतः के महत्वपूर्ण प्रयोग हैं। टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। घरों में इससे डिजाइन बनाई जाती है। इसके अतिरिक्त आग से बचाने वाली वस्तुएं बनाने में भी यह इस्तेमाल किया जाता है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख लवण किसे कहते हैं (Lavan Kise Kahate Hain) के माध्यम से आपने विस्तार से जाना की लवण की परिभाषा क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं। आशा करते हैं आपको हमारे यह लेख पसंद आया होगा। रसायन विज्ञान की रोचक जानकारियां को हम अपनी वेबसाइट पर प्रतिदिन लाते रहते हैं। इसलिए से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए आप कमेंट सेक्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं। जल्दी मिलेंगे एक नए आर्टिकल के साथ तब तक के लिए नमस्कार दोस्तों।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *