जल प्रदूषण क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं? Water Pollution
नमस्कार दोस्तों रसायन विज्ञान के एक नए आर्टिकल जल प्रदूषण क्या है में आपका हार्दिक अभिनंदन है। जल प्रदूषण के बारे में हम शायद ही ना जानते हो क्योंकि प्रत्येक मानव का जल प्रदूषण में कुछ ना कुछ हाथ अवश्य होता है। परंतु जल के एक बड़े भाग को प्रदूषित होने से बचाने के लिए हमें कुछ महत्वपूर्ण प्रयासों को करना होगा जिससे कि हम इस समस्या को रोक पाए। हम अपने इस लेख के द्वारा इन समस्याओं के बारे में बताएंगे और प्रयास करेंगे कि आपको जल प्रदूषण से संबंधित सभी बातों का गहनता से अर्जित हों।
हम आज के इस लेख में जिन महत्व प्रश्नों को शामिल करने वाले हैं वे कुछ इस प्रकार हो सकते हैं कि जल प्रदूषण क्या है, जल प्रदूषण कितने प्रकार का होता है, Jal Pradushan in Hindi, जल प्रदूषण का चित्र, Water Pollution in Hindi, जल प्रदूषण प्रकल्प आदि। मित्रों यह कुछ ऐसे प्रश्न है जो रसायन विज्ञान के Environmental Chemistry के अंतर्गत बहुत पूछे जाते हैं। अतः आप को इन्हे ध्यान से पढ़ना होगा ताकि आपको इन प्रश्नों का उत्तर देने में कोई भी समस्या का सामना ना करना पड़े।
जल प्रदूषण क्या है और यह कितने प्रकार के होते हैं?
जल प्रदूषण की परिभाषा को आपको हम बिल्कुल साधारण शब्दों में अपने आर्टिकल जल प्रदूषण क्या है में समझाने का प्रयास करेंगे। जब जल में कोई अवांछनीय घटक मिल जाता है जो जल को पीने योग्य नहीं रहने देता है तब हम इसे जल का प्रदूषित हो जाना या जल प्रदूषण कहते हैं। इसे हम यह भी कह सकते हैं की जल में हानिकारक रासायनिक पदार्थों, मानव मल मूत्र, अपशिष्ट पदार्थ आदि का मिलना जल प्रदूषण कहलाता है जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों को उत्पन्न करने में बढ़ावा देता है।
आर्टिकल जल प्रदूषण क्या है के अगले चरण में हम जल प्रदूषण के प्रकारों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। जल प्रदूषण के प्रकार जल प्रदूषण पर निबंध लिखने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
जल प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं?
इस प्रकार के महत्वपूर्ण प्रश्न जल प्रदूषण निबंध कक्षा 10 और 12 में निबंध के तौर पर बहुत पूछे जाते हैं। इसलिए हम अपने आर्टिकल जल प्रदूषण क्या है में अब आपको जल प्रदूषण के प्रकारों के बारे में विस्तार से बताएंगे ताकि यदि आपके समस्त कोई ऐसा प्रश्न आए तो आप उसका आंसर सरलता पूर्वक दे पाए।
जल प्रदूषण निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं –
लघु या बिंदु स्रोतों से होने वाले प्रदूषण
इस प्रकार के प्रदूषण में किसी निश्चित कार्य विधि के परिणाम स्वरुप निकलने वाला प्रदूषित जल जब बड़े जल के स्रोतों में जाकर मिल जाता है। तो इसे बिंदु स्रोतों से होने वाले प्रदूषण कहते हैं। इस प्रकार के जल प्रदूषण में हमें यह ज्ञात रहता है कि दूषित जल किस हद तक दूषित है और इसमें कौन-कौन से जल प्रदूषक पदार्थ मिले हुए हैं जो जल को प्रदूषित करते हैं।
आइए हम इसे एक उदाहरण से समझते हैं। मान लीजिए कोई फैक्ट्री कपड़ा उद्योग की है, अब उसमें से निकलने वाला प्रदूषित जल उसके समीप किसी बड़ी नदी में जाता है तो इस प्रकार के जल प्रदूषण को हम बिंदु स्रोत जल प्रदूषण कह सकते हैं।
विस्तृत स्रोतों से होने वाले प्रदूषण
मानवीय संसाधनों का उपयोग करने के पश्चात या उसकी विभिन्न गतिविधियों से उत्पन्न प्रदूषित जल जब नदियों में मिलता है तो यह जल प्रदूषण का एक बड़ा कारण बनता है। इस प्रकार के प्रदूषित जल जो कि विभिन्न स्रोतों से आकर बड़ी नदियों या महासागरों में मिलता है, को शुद्ध कर पाना कठिन होता है क्योंकि विभिन्न स्रोतों से आने वाले जल को एक साथ साफ करना लगभग असंभव सा है और इसमें एक बड़ी अर्थव्यवस्था लागू होती है।
इस प्रकार के प्रदूषण को हम अन्य श्रेणियों में विभक्त कर सकते हैं जो कि निम्न प्रकार हैं –
-
सागरों के जल का प्रदूषण
आपको शायद यह जानकारी होगी ही कि सभी छोटी या बड़ी नदियां अंततः जाकर सागरों में मिल जाती हैं। अतः इस प्रकार उन नदियों का प्रदूषित जल, सागरों में जाकर मिल जाता है जिससे कि एक बड़ा जल स्रोत प्रदूषित होता है। नदियों में विभिन्न प्रकार के प्रदूषण पदार्थ जैसे कि मानव मल मूत्र, अपशिष्ट पदार्थ, रेडियोएक्टिव रसायनिक पदार्थ आदि होते हैं जोकि जल के एक बड़े भाग को बहुत ज्यादा हद तक प्रदूषित करते हैं।
-
नदियों के जल का प्रदूषण
विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट पदार्थ और नाली नाले अंतः जाकर शहर के बाहर बह रही नदियों में जाकर मिल जाते हैं। पूरे शहर का प्रदूषित जल इन नदियों में ही बहा दिया जाता है जिससे इन नदियों का पानी दूषित हो जाता है। इस प्रकार के प्रदूषण से जनजाति में विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलने का खतरा रहता है जो कि हमें समय-समय पर देखने को भी मिलती हैं।
इसके अलावा जल प्रदूषण के कुछ अन्य प्रकार भी हो सकते हैं जो कि निम्नलिखित हैं –
- भौतिक जल प्रदूषण
- मानव जनित जल प्रदूषण
- जैवीय जल प्रदूषण
- रासायनिक जल प्रदूषण
जल प्रदूषण के कारण बताइए
यह एक बड़ा प्रश्न है के जल प्रदूषण क्या है और jal pradushan ke karan क्या हैं। अतः इस पर विचार करना बहुत आवश्यक है। जल प्रदूषण होने के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं –
- अस्पतालों से निकलने वाला प्रदूषित जल नालियों और नालों के माध्यम से शहर की नदियों में मिला दिया जाता है जिससे वहां का जल प्रदूषित हो जाता है, ऐसा प्रदूषित जल कई प्रकार की बीमारियों को अपने अंदर समाहित रखता है व संक्रामक होता है।
- किसानों के द्वारा खेतों में लगाई जाने वाली रासायनिक खादों और रासायनिक पदार्थों के साथ वर्षा जल आपस में मिलकर विभिन्न प्रकार के जल स्रोतों में मिल जाते हैं। जिससे कि मृदा और जल दोनों प्रकार का प्रदूषण होता है।
- रासायनिक प्रयोगशाला में विभिन्न प्रकार के रेडियो एक्टिव पदार्थ एवं कई प्रकार के केमिकल्स जोकि किसी प्रयोग करने के बाद नालियों में बहा दिए जाते हैं जल प्रदूषण का एक बड़ा कारक बनते हैं।
- शहर का कूड़ा कचरा जिसमें कि प्लास्टिक जैसे अगलनीय पदार्थ उपस्थित होते हैं, नदियों में बहा दिए
जाते हैं जिससे कि जब यह नदी सागरों में मिलती हैं तब एक जल का बहुत बड़ा भाग प्रदूषित हो जाता है जो कि मानव जीवन के लिए एक बड़ा खतरा है।
जल प्रदूषण समस्या को बताइए एवं मानव जीवन के लिए यह कितना हानिकारक है समझाइए
जल प्रदूषण से होने वाली समस्याएं मानव जाति को बीमारियों के रूप में देखने को मिलती है। हमने अपने लेख जल प्रदूषण क्या है में कुछ समस्याओं के बिंदुओं को निम्नलिखित बताया है-
- जल प्रदूषण से बहुत सारी बीमारियां उत्पन्न होती है जैसे कि टाइफाइड, मलेरिया आदि।
- भविष्य में पानी की समस्या उत्पन्न होने का खतरा बना रहता है क्योंकि जल का एक बड़ा भाग प्रदूषित होता है तो इसे पीने योग्य इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
- समुद्री जल के प्रदूषित होने से जलीय जीवो पर एक बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है एवं उनके जीवन चक्र को पूर्ण करने के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ता है।
- जब प्रदूषित जल किसी उपजाऊ भूमि से होकर गुजरता है तो यह उस भूमि की उर्वरता को नष्ट कर देता है और मिट्टी से अधिक उपज प्राप्त नहीं हो पाती है।
निष्कर्ष
आशा करता हूँ की आपको यह हमारा लेख अवश्य पसंद आया होगा। क्यूंकि हमने इस लेख मे लगभग जल प्रदूषण से जुड़े सभी बिन्दुओं पर बात की। इस लेख से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए आप हमें नीचे दिये कॉमेंट बॉक्स मे कॉमेंट कर सकते हैं?