ग्रेफाइट क्या है? परिभाषा, संरचना, उपयोग, गुण, तथा सूत्र
दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ग्रेफाइट क्या है? ग्रेफाइट की परिभाषा क्या होती है? तथा ग्रेफाइट का सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। इसके साथ साथ हम आपको ग्रेफाइट के गुण तथा उपयोग कौन कौन से होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। ग्रेफाइट एक महत्वपूर्ण टॉपिक है इस टॉपिक से सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। इसलिए इस टॉपिक के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। ग्रेफाइट के बारे में जानने के लिए इस टॉपिक को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
पिछले आर्टिकल में हमने आपको मीथेन क्या है? इसके बारे में विस्तार से बताया। जो एक जो एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है। इस टॉपिक के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। यदि आपने अभी तक इस आर्टिकल को नहीं पढ़ा है तो आप हमा री हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट से इस टॉपिक को पढ़ सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ग्रेफाइट की परिभाषा क्या होती है? ग्रेफाइट का सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताने वाले हैं? इसके साथ साथ हम आपको ग्रेफाइट के गुण तथा उपयोग क्या क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताने वाले हैं। ग्रेफाइट से सम्बंधित जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
ग्रेफाइट की परिभाषा (ग्रेफाइट क्या है?)
ग्रेफाइट कार्बन का एक अपररूप होता है। ग्रेफाइट को कला जस्ता के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि यह कागज को कला कर देता है। यह अधातु सिंघल, साइबेरिया, अमेरिका के केलिफोर्निया, कोरिया, न्यूजीलैंड, इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका में पाया जाता है। अगर हम भारत की बात करें तो ये भारत के उड़ीसा राज्य में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। प्रथम ग्रेफाइट एचिसन विधि से तैयार किया जाता है। इसमें एक विशेष प्रकार की चमक पाई जाती है। यह विद्युत तथा ताप का सुचालक होता है। यह जलकर कार्बन डाई ऑक्साइड बनता है। ग्रेफाइट क्रिस्टल कार्बन परमाणु का समूह होता है। ग्रेफाइट को C के द्वारा प्रदर्शित करते हैं।
ग्रेफाइट का सूत्र = Cn
ग्रेफाइट की संरचना
आपने ऊपर के लेख में ग्रेफाइट की परिभाषा क्या होती है? इसके बारे में विस्तार के साथ जाना अब हम आपको ग्रेफाइट की संरचना के बारे में विस्तार के साथ बताते हैं। ग्रेफाइट की संरचना को समझने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। ग्रेफाइट की संरचना निम्नलिखित है।
ग्रेफाइड कार्बन का दूसरा अपररूप होता है। इसमें कार्बन परमाणु समान्तर परतों व्यवस्थित होते हैं। ग्रेफाइड अधातु होकर भी मुलायम और विद्युत का चालक होता है। ग्रेफाइड की संरचना Hexagonal lattice layer के रूप में होती है। ग्रेफाइड में मुक्त इलेक्ट्रान पाए जाते हैं। जो सम्पूर्ण जालक के रूप में गमन करते हैं। ग्रेफाइड में कार्बन परमाणु विभिन्न परतों में व्यवस्थित होते हैं। जिनमे प्रत्येक कार्बन परमाणु अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध के द्वारा जुड़कर Hexagonal रेखीय संरचना बनता है। प्रत्येक कार्बन परमाणु का चौथा इलेक्ट्रान मुक्त होता है। जो इसे विद्युत का अच्छा चालक बनाता है। ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु की विभिन्न परते एक दूसरे स दुर्बल बांडर वाल बलों द्वारा जुड़ी होती हैं। अतः ये एक तूसरे पर फिसल सकटी हैं। इसलिए जब हम ग्रेफाइट को छूते हैं तो यह फिसलता है।
ग्रेफाइट के गुण
आपने ऊपर के लेख में ग्रेफाइट की परिभाषा क्या होती है? तथा ग्रेफाइट की संरचना क्या होती है। इसके बारे में विस्तार के साथ जाना। अब हम आपको ग्रेफाइट के गुण कौन कौन से होते हैं। इसके बारे में विस्तार के साथ बताते हैं। ग्रेफाइट के गुण निम्नलिखित हैं।
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- ग्रेफाइट में मुक्त इलेक्ट्रान होने के कारण ये विद्युत का चालक होता है।
- ग्रेफाइट की परतों के बीच दुर्बल बांडर बाल बल होने के कारण इसकी परते एक दूसरे पर खिसक सकती हैं। अतः ग्रेफाइट नर्म तथा स्नेहक होता है।
- इसकी परतों के बीच की दूरी अधिक होने के कारण इसका घनत्व कम होता है।
- ग्रेफाइट को 3000 K ताप और 125×103 बार से अधिक दाब पर रखने पर ये हीरे में परिवर्तित हो जाता है।
- सामान्य ताप दाब पर ये हीरे से अधिक स्थायी होता है।
- यह मुलायम होता है तथा ताप व विद्युत का सुचालक होता है।
- ग्रेफाइट मटीले रंग का अपारदर्शी पदार्थ होता है। इसका घनत्व 2.3 ग्राम/मिलीलीटर होता है।
ग्रेफाइड के उपयोग
इससे ऊपर के लेख में हमने आपको ग्रेफाइट की परिभाषा क्या होती है? ग्रेफाइट का सूत्र क्या होता है? तथा ग्रेफाइट की संरचना क्या होती है। इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। इसके साथ साथ हमने आपको ग्रेफाइट के उपयोग के बारे में विस्तार के साथ बताया है। अब हम आपको ग्रेफाइट के उपयोग के बारे में बताते है। ग्रेफाइट के उपयोग निम्नलिखित हैं।
- ग्रेफाइट के चूर्ण का उपयोग मशीनों के पुर्जो में स्नेहक के रूप में होता है।
- इसका उपयोग सेलो के इलेक्ट्रोड तथा पेंसिल के लिए लेड के रूप में होता है। क्योंकि यह कागज पर काला चिन्ह बना सकता है। इसलिए इसे काला लेड भी कहते हैं।
- इसके पाउडर का उपयोग पॉलिश करने में करते हैं। ग्रेफाइट का उपयोग कृत्रिम हीरा बनाने में भी किया जाता है। क्योंकि यह कार्बन का ही रूप होता है। इसलिए इसकी सहायता से कृत्रिम हीरा बनाया जा सकता है।
- ग्रेफाइट का उपयोग विद्युत अपघटन क्रियाओं और शुष्क सेलो में किया जाता है।
- इसका उपयोग पेंसिल तथा रंग बनाने में किया जाता है। धातुओं को पिघलने के लिए क्रुसिबल बनाने में इसका उपयोग किया जाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको ग्रेफाइट क्या है? ग्रेफाइट की परिभाषा क्या होती है? तथा ग्रेफाइट का सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। इसके साथ साथ हमने आपको ग्रेफाइट के गुण तथा उपयोग कौन कौन से होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है इस टॉपिक के बारे में केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। इसी प्रकार के महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट पर देते रहते हैं। इसी प्रकार की अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।