क्लोरोफॉर्म का सूत्र क्या है इसके उपयोग, गुण व बनाने की विधि
दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी केमिस्ट्री की वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको क्लोरोफोर्म क्या है? क्लोरोफोर्म का रासायनिक सूत्र क्या होता है? क्लोरोफोर्म बनाने की विधि क्या होती है इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। इसके साथ साथ हम आपको क्लोरोफॉर्म के गुण क्या क्या होते हैं तथा क्लोरोफोर्म के उपयोग क्या क्या होते हैं इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है? इस टॉपिक से सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। इसलिए इस टॉपिक को केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए।
पिछले आर्टिकल में हमने आपको कैनिजारो अभिक्रिया क्या है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। जो एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसके बारे में केमिस्ट्री के स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। अगर आपने अभी तक हमारे इस आर्टिकल को नहीं पढ़ा है तो आप हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट से इस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको क्लोरोफोर्म अभिक्रिया क्या है? क्लोरोफोर्म का सूत्र क्या होता है? इसके बारे में बताने वाले हैं। क्लोरोफोर्म से सम्बंधित जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े। ताकि यह तो टॉपिक आपको अच्छे से समझ आ सके।
क्लोरोफॉर्म क्या है? (क्लोरोफॉर्म का सूत्र)
क्लोरोफोर्म या ट्राइक्लोरो मेथेने एक कार्बनिक यौगिक है। इसका सूत्र CHCl3 होता है। यह एक रंगहीन और सुगन्धित पदार्थ होता है। जिसे चिकित्सा क्षेत्र में किसी रोगी को शल्य चिकित्सा के लिए वेहोस करने के लिए किया जाता है। निश्चेतना विज्ञान के अंतर्गत निश्चेतन देने वाले डॉक्टर के तीन महतवपूर्ण प्रयोजन होते हैं। जिसमे पहला प्रयोजन, शल्य क्रिया के लिए रोगी को मूर्छा की स्थिति में पहुचाकर उसे पुनः निश्चित अवस्था में लाना होता है। दूसरा काम रोगी को दर्द से छुटकारा दिलाना होता है इसके बाद तीसरा काम शल्य चिकित्सक की आवशयकतानुसार रोगी की मास्पेशियों को कुछ ढीला करने का प्रयास करना होता है।
शुरू में ईथर या क्लोरोफोर्म से ऊपर के तीनो काम किये जाते थे। लेकिन क्लोरोफोर्म की मात्रा कम या अधिक होने से रोगी पर सुरक्षापूर्वक परिणाम नहीं मिल पाते थे। जिसके कारण चिकित्सा विज्ञान में अनेक शोध किये गए। वर्तमान समय में क्लोरोफोर्म का प्रयोग रसायन और साबुन बनाने में किया जाता है।
क्लोरोफॉर्म का रासायनिक सूत्र
इसका रासायनिक नाम ट्राइक्लोरो मेथेने होता है इसका रासायनिक सूत्र CHCl3 होता है। क्लोरोफोर्म का उपयोग वसा, एल्केलाइड, आयोडीन तथा अन्य पदार्थो के विलायको के रूप में किया जाता है। इसका प्रमुख उपयोग फ्रेओंन R-22 बनाने में किया जाता है। पहले इसका उपयोग शल्य चिकित्सक में निश्चेतक के रूप में होता था।
क्लोरोफॉर्म का रासायनिक सूत्र = CHCl3
क्लोरोफॉर्म बनाने की विधि
इससे ऊपर के लेख में हमने आपको क्लोरोफोर्म क्या है? क्लोरोफोर्म का रासायनिक सूत्र क्या होता है इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। अब हम आपको क्लोरोफॉर्म बनाने की विधि के बारे में बताने जा रहे हैं। क्लोरोफोर्म बनाने की मुख्य विधि निम्नलिखित हैं।
- एथिल एल्कोहल से
- एसीटोन से
प्रयोगशाला विधि
बिरंजक चूर्ण (ब्लीचिंग पाउडर) जल के साथ क्रिया करके क्लोरीन तथा कैल्सियम हैद्रोक्साइड बनाता है।
CaOCl2 + H2O __________> Cl2 + Ca(OH)2
क्लोरीन एथिल अल्कोहल से क्रिया करके एसिटेलडीहाइड में ऑक्सीकृत कर देता है।
C2H5OH + Cl2 _________> CH3CHO + 3HCl
क्लोरीन एसीटैल्डिहाइड का क्लोरीनीकरण कर इसे ट्राइ क्लोरो एसीटैल्डिहाइड (क्लोरल) में परिवर्तित कर देता है।
CH3CHO + 3Cl2 ___________> CCl3CHO + 3HCl
प्राप्त क्लोरल कैल्सियम हाइड्रोक्साइड से अपघटित होकर क्लोरोफोर्म बनता है।
2CCl3CHO + Ca(OH)2 _________> 2CHCl3 + (HCOO)2Ca
विधि
एक 500 ml के गोल पेंदी के फ्लास्क में 100 ग्राम विरंजक चूर्ण, 200 ml जल व 25 ml एथेनॉल डालकर चित्रानुसार उपकरण तैयार करते हैं। फ्लास्क को बालू ऊष्मक पर रखकर धीरे धीरे गर्म करते हैं। क्लोरोफार्म आसवित होकर ग्राही में रखे जल के नीचे एकत्रित हो जाता है। इस प्रकार प्राप्त क्लोरोफोर्म को शुद्ध करने के लिए इसे NaOH के तनु विलयन के साथ धोते हैं। फिर निर्जल CaCl2 के साथ सुखाकर पुनः आसवित करते हैं। तो शुद्ध क्लोरोफोर्म 333 से 335 K पर आसवित होता है।
क्लोरोफॉर्म के गुण
1. भौतिक गुण
- यह एक रंगहीन मीठी गंध वाला ज्वलनशील द्रव है।
- इसका क्वथनांक 61oc होता है।
- यह जल में अविलेय होता है किन्तु अल्कोहल तथा ईथर में विलेय होता है।
- यह जल से भारी होता है।
- इसकी वाष्प को सूंघने के लिए कुछ समय के लिए बेहोसी आ जाती है। इसी गुण के कारण इसका उपयोग निश्चेतक के रूप में किया जाता है।
- इसकी गंध ईथर जैसी मीठी होती है।
2. रासायनिक गुण
- जब क्लोरोफोर्म का सूर्य की उपस्थिति में ऑक्सीकरण कराया जाता है। तो कार्बोनिल क्लोराइड (फास्जीन) का निर्माण होता है।
2 CHCl3 + 2[O] ___प्रकाश___> 2COCl2 + 2HCl
- क्लोरोफोर्म (Zn + H2O) की उपस्थिति में अपचयन की क्रिया करता है तो तो मेथेन गैस बनती है।
CHCl3 + 6[H] ___Zn + H2O___> CH4 + 3HCl
- क्लोरोफोर्म के (Zn + HCl) के अपचयन क्रिया द्वारा मेथिलिन डाई क्लोराइड बनता है।
CHCl3 + 2[H] ___Zn + H2O___> CH2Cl2 + HCl
- यह NaOH विलयन के साथ गर्म करने पर यह जल में अपघटित होकर सोडियम फोर्मेट देता है।
CHCl3 + 4NaOH ___________> HCOONa + 3NaCl + 2H2O
- जल क्लोरोफोर्म सूर्य की उपस्थिति में क्लोरीन से क्रिया करके कार्बन टेट्रा क्लोराइड बनाता है।
CHCl3 + Cl2 ___________>CCl4 + HCl
- क्लोरोफोर्म नाइट्रिक अम्ल से क्रिया करके नाइटरो क्लोरोफोर्म या क्लोरोपिक्रिन या अश्रु गैस बनाता है।
CHCl3 + HNO3 _________> CCl3NO2 + H2O
क्लोरोफॉर्म के उपयोग
- इसका उपयोग रेजिन, वसा, रावर, मोम ब्रोमीन, आयोडीन के विलायक के रूप में किया जाता है।
- क्लोरोफोर्म का उपयोग क्लोरोपिक्रिन तथा क्लोरोटोंन के निर्माण में किया जाता है।
- इसका उपयोग जीवाणुनाशक के रूप में किया जाता है।
- इसका उपयोग निश्चेतक के रूप में किया जाता है।
- क्लोरोफॉर्म का उपयोग ओषधि बनाने में किया जाता है।
पूछे गए प्रश्न (FAQ)
प्रश्न- क्लोरोफॉर्म का असर कितनी देर तक रहता है?
उत्तर- अगर कोई व्यक्ति क्लोरोफोर्म सूंघ लेता है तो वह 15 से 20 सेकेण्ड के अन्दर वेहोश हो जाता है। एक व्यक्ति पर क्लोरोफोर्म का असर 30 मिनट से 2 घंटे तक रह सकता है।
प्रश्न- कौनसी दवा सूंघने से आदमी वेहोश हो जाता है?
उत्तर- क्लोरोफोर्म के द्वारा बनायी गयी बेहोशी की दवा से व्यक्ति बेहोश हो जाता है।
प्रश्न- क्लोरोफोर्म का रासायनिक नाम क्या होता है?
उत्तर- क्लोरोफोर्मा का रासायनिक नाम ट्राइक्लोरोमेथेन होता है।
निष्कर्ष
आजके इस आर्टिकल में हमने आपको क्लोरोफोर्म क्या है? क्लोरोफोर्म का रासायनिक सूत्र क्या होता है? क्लोरोफोर्म बनाने की विधि क्या होती है इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। इसके साथ साथ हमने आपको क्लोरोफॉर्म के गुण क्या क्या होते हैं तथा क्लोरोफोर्म के उपयोग क्या क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है? इस टॉपिक से सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। इसलिए इस टॉपिक को केमिस्ट्री के सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिए। इसी प्रकार के अन्य महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी केमिस्ट्री की वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।