कार्बन क्या है इसकी परिभाषा, प्रकार, सूत्र और उपयोग
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे केमिस्ट्री के इस वेबसाइट पर। हमारा आज का लेख है कार्बन क्या है। कार्बन एक ऐसा पदार्थ होता है जो सभी जीवो में पाया जाता है और जिसके बारे में अधिकतर लोगों ने सुना होता है। यह एक तत्व है। इस तत्व के पीछे की पूरी केमिस्ट्री जानने के लिए आप एकदम सही जगह पर आए हैं क्योंकि आज आपको उसके बारे में संपूर्ण जानकारी हमारे इस लेख के माध्यम से मिल जाएगी। तो चलिए अब उन प्रश्नों के बारे में बात कर लेते हैं जो आज की चर्चा का विषय रहेंगे।
आज हम आपको बताएंगे कि कार्बन क्या है इसके क्या उपयोग है और कार्बन की खोज किसने की। इसके अतिरिक्त हम आपको कार्बन के प्रकार और कार्बन की परिभाषा पूरे विस्तार से समझाएंगे। आर्टिकल में ग्रेफाइट, हीरा और fullerenes के बारे में अच्छे से जानने का प्रयास करेंगे। यह सभी प्रश्न विभिन्न प्रकार की इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं। छात्रों से अनुरोध है कि इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि ये सभी प्रश्न ठीक से समझ में आ जाए।
कार्बन क्या है? What is Carbon in Hindi?
कार्बन एक तत्व होता है जो पृथ्वी की सतह और आसपास के वातावरण में पाया जाता है। पृथ्वी की भूपर्पटी पर इसकी मात्रा 0.2% होती है वहीं अगर वायुमंडल में इसकी बात करें तो इसकी मात्रा 0.3% तक होती है। सभी जीवित प्राणियों के अंदर कार्बन तत्व की उपस्थिति होती है तथा जीवो के शरीर में विभिन्न प्रकार के यौगिकों को बनाने के लिए कार्बन की ही आवश्यकता होती है।
विभिन्न प्रकार के इंधन जैसे कि पेट्रोल-डीजल, मिट्टी का तेल जिसे केरोसिन कहा जाता है आदि कार्बन से ही बने हुए होते हैं। इन ईंधन के प्रयोग के पश्चात जो धुआं प्राप्त होता है उसमें भी कार्बन की अधिक मात्रा होती है। आप सोच रहे होंगे कि कार्बन की खोज किसने की तो हम आपको बता दें कि इसकी खोज वैज्ञानिक AL Lavoisier ने सन् 1789 में की थी।
रसायन विज्ञान में कार्बन तत्व को आवर्त सारणी में 14th समूह में रखा गया है। कार्बन का सूत्र या चिन्ह C होता है और इसका परमाणु क्रमांक 6 होता है। कार्बन तत्व अधिकतम संयोजकता चार दिखाता है अर्थात यह चार परमाणुओं के साथ bond बना सकता है। आप सोच रहे होंगे कि कार्बन कौन सा धातु है तो हम आपको बता दें कि कार्बन एक अधातु अर्थात non metal है। कार्बन की श्रंखला बनाने की प्रकृति के कारण यह हजारों प्रकार के कई कार्बनिक यौगिकों का निर्माण करता है। चलिए अपने इस लेख कार्बन क्या है मैं आगे की ओर बढ़ते हैं।
कार्बन के अपररूपक
कार्बन अपनी मूल अवस्था को छोड़कर अन्य कई अवस्थाओं में भी रहता है जिन्हें कार्बन के प्रकार या अपरूप कहते हैं। हीरा तथा ग्रेफाइट कार्बन के ही दूसरे रूप हैं। इसके अलावा कार्बन का एक और अपरूप है जिसे फुलरीन कहा जाता है। चलिए आप अपने इस लेख कार्बन क्या है के अंतर्गत इनको विस्तार से जान लेते हैं –
हीरा
इसका निर्माण कार्बन के द्वारा किया जाता है। इसमें प्रत्येक कार्बन का परमाणु अन्य चार कार्बन के परमाणुओं से सिंगल बंध के द्वारा जुड़ा हुआ होता है। इस पदार्थ में कार्बन का संकरण sp³ होता है। कार्बन के परमाणु समचतुष्फलकीय की संरचना के आधार पर व्यवस्थित होते हैं। अर्थात कार्बन परमाणुओं के मध्य 109 डिग्री 28 मिनट का कोड होता है। हीरा काफी कठोर पदार्थ होता है। हीरा करंट का चालक नहीं होता है। कार्बन परमाणु इसके अंदर एक प्रबल त्रिविम जाल की तरह आकार बना लेते हैं। हीरा का प्रयोग कांच शीशा को काटने के काम में आता है। इसके अलावा जवाहरात, विभिन्न प्रकार के गहनों आदि में हीरे का प्रयोग किया जाता है।
ग्रेफाइट
यह कार्बन का दूसरा अपरूप होता है। ग्रेफाइट करंट को कंडक्ट कर सकता है क्योंकि इसमें एक मुक्त इलेक्ट्रॉन पाया जाता है जो धारा को एक स्थान से दूसरे स्थान भेजने में सहायक होता है। Graphite में प्रत्येक कार्बन परमाणु SP² संकरित होता है। एक कार्बन परमाणु दूसरे कार्बन परमाणु से एकल संयोजी बंधों (Single Bond) द्वारा जुड़ा होता है। ग्रेफाइट में कार्बन – कार्बन के मध्य बंधों की लम्बाई 1.42 angstrom होती है। हर कार्बन परमाणु दूसरे तीन कार्बन परमाणुओं से आपस में बंध बनाकर हेक्सागोनल रिंग बनाकर एक ही plane में स्थित रहते हैं। ग्रेफाइट ऐसी कई वलय (rings) बनाकर कई परतों का निर्माण करता है। इन परसों के मध्य कमजोर वांडरबॉल फोर्स होता है। यह परतें आपस में आसानी से एक दूसरे के ऊपर फिसल सकती हैं। यही कारण है कि ग्रेफाइट प्रकृति में नरम और चिकना होता है। पेंसिल बनाने में ग्रेफाइट का यूज़ होता है।
फुलरिन
यह कार्बन से बना हुआ यह क्रिस्टलीय पदार्थ होता है। इस पदार्थ के प्रत्येक अणु में 60 या 70 कार्बन परमाणु हो सकते हैं। यह संरचना आकार में गोल होती है। C60 fullerene सबसे अधिक स्थाई होता है। इसको बकमिन्स्टर फुलरीन भी कहा जाता है। इस पदार्थ का प्रयोग सुपरकंडक्टर बनाने में किया जाता है।
कार्बन के उपयोग
कार्बन विभिन्न प्रकार के योगिक बनाता है जिनका बहुत जायदा प्रयोग मानव जीवन की बनाए रखने में सहायक होता है। कार्बन क्या है के उपयोग निम्नलिखित हैं –
- जीवों के अंदर कार्बन कई महत्वपूर्ण पदार्थ जैसे की कई प्रकार से कार्बनिक पदार्थ ग्लूकोज, ग्लाइकोजेन आदि के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में सहायक होता है।
- मादक द्रव्यों जैसे की अल्कोहल आदि बनाने के लिए कार्बन योगिको का ही प्रयोग होता है।
- ज्वालन शील पदार्थ जैसे इथाईलीन गैस, CNG गैस आदि का ईधन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- दवाइयां, fibers, सिंथेटिक कॉटन , plastics, रबर, चमड़ा आदि भी कार्बनिक यौगिक के द्वारा ही बनाए जाते हैं।
- प्रयोगशाला में कई अन्य अभिकारकों के निर्माण में कार्बन का उपयोग किया जाता है।
निष्कर्ष
आज के आर्टिकल कार्बन क्या है में हमने जाना कि Carbon Kya Hai, Carbon Kise Kahte Hain, कार्बन के उपयोग क्या हैं, कार्बन के प्रकार कितने होते हैं, कार्बन की परिभाषा क्या है। उम्मीद करता हूं आपको हमारे यह लेख बहुत पसंद आया होगा और आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ होगा। यदि इस लेख से संबंधित अभी आपका कोई प्रश्न शेष है तो वह आप हमें कमेंट सेक्शन के माध्यम से अपने प्रश्न को पूछ सकते हैं। हम आपको उत्तर देने का शीघ्र प्रयास करेंगे।