तत्व किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं? Element in Hindi
विज्ञान के एक नए व रोचक विषय के साथ एक बार फिर से आपका स्वागत है हमारे इस ब्लॉग में। पदार्थों का वर्गीकरण कोई छोटी इकाई नही है। विभिन्न आधारों पर इन्हे अलग अलग श्रेणियों में बांटा गया है। इस आर्टिकल में हम रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण बिंदु तत्व के बारे में चर्चा करेंगे। तत्वों के वर्गीकरण से संबंधित रोचक तथ्यों का भी जिक्र किया गया है। आर्टिकल तत्व किसे कहते हैं को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़िए ताकि आपको सारी जानकारी स्पष्ट समझ आ जाए।
आज हम आपको बताएंगे कि तत्व किसे कहते हैं? यह कितने प्रकार के होते हैं? अभी तक कितने तत्वों की खोज की जा चुकी है? एक ऐसा विषय भी है जो विज्ञान वर्ग के छात्र कक्षा 9 से 12 तक अध्ययन करते हैं। इसलिए आज का आर्टिकल विद्यालय के छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है। तत्वों के बारे में हमने यहां पर एक विस्तृत चर्चा की है। आशा करते हैं कि आपको यह लेख जरूर पसंद आयेगा।
तत्व किन्हें कहते हैं? What are Elements?
क्या आप जानते हैं कि तत्व किसे कहते हैं? तत्व एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बनता है उदाहरण – सोना, चाँदी, लोहा इत्यादि। इसे इस प्रकार से भी परिभाषित कर सकते हैं की वह पदार्थ जिसके सभी परमाणुओं में प्रोटोनों की संख्या बराबर होती है, तत्व कहलाता है।
यह हमेशा शुद्ध अवस्था में पाए जाते हैं। ब्रह्मांड में पाए जाने वाले सभी पदार्थ इन्ही तत्वों से मिलकर बने होते हैं।
तत्व को कितने प्रकार में बांटा गया है? Types of Element
नीचे आप जानेंगे की तत्वों को कैसे और कितने प्रकार मे बांटा गया है –
तत्वों की संख्या कितनी है? What are the numbers of Elements?
वर्तमान समय तक वैज्ञानिकों ने 118 तत्वों की खोज की है। जिसमे से 94 तत्व प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं, और शेष 24 तत्व कृत्रिम तरीके से बनाए गए हैं।कुछ तत्व अभी हाल ही में खोजे गए हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – Meitnerium, Darmstadtium & ununquadium etc
हाइड्रोजन तत्व पूरे ब्रह्मांड में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है। प्रतिशत के अनुसार 75 परसेंट भाग में हाइड्रोजन गैस तत्व है। इसके बाद इस ब्रह्माण्ड में हिलियम 30% भाग में पाया जाता है। ऑक्सीजन का प्रतिशत एक है बाकी अन्य सभी तत्व बचे हुए भाग में आते हैं।
तत्व कितने प्रकार के होते हैं? How many types of Element?
तत्व तीन प्रकार के होते हैं। जिन्हें धातु, अधातु और उपधातु नाम दिया गया है। आवर्त सारणी में ऐसे तत्वों को बहुत अच्छी तरह से वर्गीकृत किया गया है। तत्व किसे कहते हैं आर्टिकल में अब हम आपको तत्व के प्रकार के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो कि निम्नलिखित हैं –
धातु
वे तत्व को रसायनिक अभिक्रियाओं में इलेक्ट्रॉन का त्याग कर देते हैं, धातु कहलाते हैं। ये चमकदार और ठोस होते हैं, पारा धातु को छोड़कर। इन तत्वों की विद्युत ऋणात्मकता कम होती है और आयनन विभव का मन भी कम होता है। खोजे गए 118 तत्वों में लगभग 93 तत्व धातु है।
उदाहरण: सोडियम, पोटेशियम, सीजियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, एल्यूमिनम आदि हैं।
अधातु
वे तत्व जो रासायनिक अभिक्रिया में इलेक्ट्रॉन को ग्रहण करते हैं, अधातु कहलाते है। यह द्रव और गैस अवस्था में पाए जाते हैं। इनमें कोई खास चमक देखने को नहीं मिलती तथा इनमें तन्यता का गुण भी नहीं पाया जाता है। खोजे गए 118 तत्वों में 18 तत्व अधातु हैं।
उदाहरण: क्लोरीन, फ्लोरीन, ऑक्सीजन, ब्रोमीन, सल्फर आदि हैं।
उपधातु
ऐसे तत्व जो धातु तथा अधातु के बीच के गुण दर्शाते हैं वह उपधातु कहलाते हैं। इनकी संख्या 7 है।
उदाहरण: बोरान, सिलिकॉन, जर्मेनियम, आर्सेनिक, पोलोनियम, एंटीमनी और टेल्यूरियम हैं।
आवर्त सारणी क्या है? What is periodic table?
विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा समय-समय पर तत्वों के वर्गीकरण को सरलता से अध्ययन करने के लिए कुछ सारणी तैयार की गईं जिन्हें आवर्त सारणी कहते हैं। आवर्त सारणी में तत्वों को उनकी संगत अर्थात एक जैसी विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत किया गया है जिससे उनका अध्ययन बहुत आसानी से किया जा सकता है। वर्तमान की आधुनिक आवर्त सारणी के जनक वैज्ञानिक हेनरी मोसले हैं।
संक्रमण तत्व किसे कहते हैं? What is called transition element?
संक्रमण तत्व की विभिन्न परिभाषाएं हो सकती है परंतु हम अपने आर्टिकल तत्व किसे कहते हैं में आपको संक्रमण तत्वों के बारे में बिल्कुल आसान भाषा में समझाने का प्रयास करेंगे।
सामान्य भाषाओं में संक्रमण तत्व उन तत्वों को कहा जाता है जिन्हें आवर्त सारणी में डी-ब्लॉक में रखा गया है। परंतु Zinc, Cadmium और mercury इसके अपवाद हैं।
इन संक्रमण तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n-1) d1-10 ns1-2 प्रकार का होता है। ये तत्व परवर्ती संयोजकता व्यक्त करते हैं। जिस कारण इनमे उत्प्रेरक का गुण भी होता है। संक्रमण तत्व रंगीन योगिक बनाते हैं। क्योंकि इनमें आयुग्मित इलेक्ट्रॉन होने की विशेषता होती है। यह तत्व अनु चुंबकीय भी होते हैं अर्थात चुंबकीय क्षेत्र में आकर्षित होते हैं।
इनके उदाहरण स्कैंडियम, क्रोमियम, मैंगनीज, आयरन, कोबाल्ट, निकेल आदि हैं।
पोषक तत्व किन्हें कहते हैं? – What are nutrients?
पोषक तत्व पदार्थ होते हैं जो किसी जीव के जीवन चक्र को नियमित बनाए रखने के लिए आवश्यक होते हैं। यह पोषक तत्व जीवो में उत्तक को का निर्माण करते हैं तथा क्षति होने पर मरम्मत भी करते हैं। यदि जीवो के शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तो जीवो के शरीर में कई प्रकार के रोग देखने को मिलते हैं।
पोषक तत्वों को दो भागों में विभाजित किया गया है – सूक्ष्म पोषक तत्व और वृहद पोषक तत्व। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा जैसे बड़े पोषक तत्वों को वृहद पोषक तत्व कहा जाता है और यह ऊर्जा के मुख्य स्रोत होते हैं। वहीं दूसरी ओर विटामिन और खनिज माइक्रोन्यूट्रिएंट्स अर्थात सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं क्योंकि उनकी आवश्यकता कम मात्रा में होती है।
इन तत्वों का शरीर की बनावट में बहुत अहम रोल है। यह सभी शारीरिक गतिविधियों के संचालन के लिए आवश्यक होते हैं। यहां पर एक बात ध्यान देने योग्य है कि इन पोषक तत्वों की कमी और अधिकता दोनों से ही विभिन्न रोगों का होना पाया गया है। अतः हम ये कह सकते हैं कि पोषक तत्वों को संतुलित मात्रा में ही लिया जाना चाहिए।
पुरातत्व किसे कहते हैं? What is Archaeology?
पुरातत्व के अध्ययन के द्वारा पृथ्वी में दवी पुरानी सभ्यताओं को उजागर किया जाता है। पुरातत्व विभाग समय-समय पर अतीत के बारे में जाने के लिए खोजें करता रहता है। पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञों को पुरातत्वविद कहते हैं।
अधातु किसे कहते हैं?
निष्कर्ष
उम्मीद करते हैं कि हम अपने आर्टिकल तत्व किसे कहते हैं के अंदर आपको विभिन्न प्रकार के तत्वों के बारे में जानकारी देने में समर्थ हुए होंगे। यदि इस लेख से जुड़ा हुआ कोई सवाल आपके मन मे है तो कृपया कॉमेंट बॉक्स मे जरूर बताएं।