धातु किसे कहते हैं उदाहरण सहित जानिए – What is Metal in Hindi?
नमस्कार दोस्तों आपका बहुत स्वागत है हमारे इस नए आर्टिकल में। हमारे आस पास जितने भी वस्तुएं होती हैं वह किसी ना किसी प्रकार के तत्वों से मिलकर बनी होती हैं। बाहरी रूप से देखने पर हम इन चीजों में कुछ खास अंतर नहीं कर पाते हैं। परंतु जहां उनकी संरचना और इनके अवयवों के बारे में अध्ययन करने की कोशिश करते हैं तो हमें बहुत विभिन्नता देखने को मिलती हैं। आज हम इन्हीं तत्वों अर्थात धातुओं की चर्चा अपने आर्टिकल धातु किसे कहते हैं में करेंगे।
धातु किसे कहते हैं, धातुएं कितने प्रकार की होती है, इन्हे किन किन तरीको से वर्गीकृत किया गया है इन सभी प्रश्नों को आज हम जानेंगे अपने इस अभिलेख में। आप सभी अंत तक हमारे इस महत्वपूर्ण अभिलेख को पढ़ें। ये आपको साइंस के क्षेत्र में नई जानकारियों से रूबरू कराएगा। तो चलिए शुरू करते है, बिना किसी देर के।
धातु किसे कहते हैं? उदाहरण सहित जानिए – What is Metal in Hindi?
धातु एक ऐसा ठोस पदार्थ है जो खंडित होने पर एक चमकदार उपस्थिति दिखाती है धातु बिजली और गर्मी को अच्छी तरह से संचालित करती है। धातुओं में अघतवर्धीयता और tensile property बहुत पाई जाती है। धातुओं में इलेक्ट्रॉन त्यागने का गुण पाया जाता है।
धातु खनिज पदार्थों से मिलकर बनी होती हैं। धातुओं के उदाहरण हैं जैसे कि पोटैशियम, सोडियम, तांबा, लोहा आदि। इन धातुओं की पहचान के लिए इन्हें विशेष प्रकार के प्रतीकों से दर्शाया जाता है। जैसे लिथियम को Li से, कॉपर को Cu से, सोडियम को Na से।
धातुओं के गुण – Properties of Metals
अपने इस article धातु किसे कहते हैं में अब हम आपको धातुओं के कुछ प्रमुख गुण बताने जा रहे हैं जो कि बहुत ही इंपॉर्टेंट हैं-
- धातु ठोस अवस्था में पाई जाती हैं, पारा को छोड़कर सभी रधातु ठोस अवस्था में पाई जाती हैं।
- किसी भी धातु में एक विशेष प्रकार की चमक पाई जाती है।
- धातुओं को पीट कर इनकी पतली चादर बनाई जा सकती है जिसे आघातवर्धनीय का गुण कहते हैं। इस अनुप्रयोग के द्वारा लोहे की विभिन्न चादर बनाई जाती हैं और गाड़ियों की बॉडी बनाई जाती है सोने तथा चांदी आदि पर धातुओं की प्लेटिंग की जाती है।
- रासायनिक अभिक्रिया में धातु इलेक्ट्रॉन त्याग करती हैं।
- धातुएं पीटने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं।
- सबसे अघातवर्धिनीय धातु चांदी और सोना है।
- पारा और सोडियम को छोड़कर प्राया सभी धातुएं कठोर होती हैं। धातुओं में कठोरता विभिन्न प्रकार की हो सकती है।
- धातुओं में लचीलापन पाया जाता है जिसे डक्टिलिटी भी कहते हैं। धातु का यह गुण तार बनाने के काम में आता है।
- धातु का एक बहुत ही विशेष गुण जिसे चिमडापन या toughness कहते हैं इसका अर्थ होता है कि जब धातु को मोड़ा और मरोड़ा जाता है तब यह टूटता नहीं है।
- धातुओं के भौतिक विधियों द्वारा चूर्ण अथवा बहुत छोटे टुकड़ों में बांटा जा सकता है जिससे धातुओं की भंगुरता का गुण कहते हैं।
- धातुओं में तनन क्षमता पाई जाती है जिसका अर्थ होता है एक परिमाण के विपरीत दिशा में अक्षय रूप से लगाय बल के द्वारा उत्पन्न प्रतिबल।
- धातुओं में बल सहन करने की क्षमता होती है जिसे इनकी लगिशुंता या Tenacity कहते हैं।
धातुए कितने प्रकार की होती हैं? Types of Metals
रसायन विज्ञान की आवर्त सारणी के अनुसार वर्तमान में अभी तक 118 तत्वों को खोज लिया गया है जिनमें से 91 तत्व धातु है। धातु को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है जिसमें से एक है लौह धातु और दूसरी अलौह धातु। इस आर्टिकल धातु किसे कहते हैं में दोनों भागों को स्पष्टता से नीचे समझाया गया है –
लौह धातु (Ferrous Metal)
वे सभी धातु है जिनमें मूल रूप से लोहा धातु रहती है तथा कार्बन की विभिन्न मात्रा होती है उन्हें लौह धातु कहते हैं।
अलौह धातु (Non – Ferrous Metal)
वे धातु है जिनमें लोहे के पार्टिकल्स नहीं पाए जाते हैं अलौह हो धातु कहलाती हैं।
मिश्र धातु किसे कहते हैं? What are Alloys?
बहुत सी ऐसी धातु हुए हैं जो कई धातुओं से मिलकर बनी होती हैं उदाहरण के लिए पीतल एक मिश्र धातु है क्योंकि इसे बनाने में जिंक और तांबे का प्रयोग होता है। कांस्य जिसे हम bronze भी कहते हैं एक मिश्र धातु है क्योंकि इसे बनाने में तांबे और जस्ते से बनाया जाता है। सामान्य दैनिक जीवन में प्रयोग हो रही स्टील भी एक प्रकार की मिश्र धातु है जो लौह तत्व और कार्बन से बनाई जाती है। आशा करता हु अब तक अपने धातुओं के बारे में इस आर्टिकल धातु किसे कहते हैं में जो भी पड़ा होगा, सब अच्छे से समझ आया होगा।
धातुओं के अन्य प्रकार – Other classification of Metals
रसायनिक विज्ञान में आवर्त सारणी के अनुसार धातुओं को पांच अन्य प्रकारों में बांटा गया है जो की निम्न प्रकार हैं –
- अल्कली मेटल (Alkali metals) – इन धातुओं को आवर्त सारणी में 1st ग्रुप में रखा गया है।
- एल्कलाइन अर्थ मेटल्स (Alkaline Earth Metals) – इन बातों को आवर्त सारणी के सेकंड ग्रुप में रखा गया है।
- ट्रांजिशन मेटल (Transition metals) – यह धातु एच डी ब्लॉक में रखी गई है यह परवर्ती संयोजकता व्यक्त करती है जिस कारण इन्हें ट्रांजिशन मेटल कहते हैं।
- एक्टिनॉइड मेटल्स (Actinides metals) – यह धातु F ब्लॉक के अंतर्गत आती हैं।
- लैंथनॉइड मेटल (Lanthanide Metals) – लैंथेनाइड मेटल्स को भी F ब्लॉक के अंदर ही रखा गया है।
धातु और अधातु में क्या अंतर है? Difference between Metal and Non-Metal
धातु तथा अधातु में कुछ मुख्य अंतर निम्नलिखित हैं –
- यदि बात की जाए धातुओं की टोन में विशेष प्रकार की चमक पाई जाती है जिसे धात्विक चमक कहते हैं परंतु धातुओं में ऐसी कोई भी चमक का गुण नहीं देखा गया है।
- धातुएं अक्सर तन्यता का गुण दर्शाती हैं परंतु अधातु तन्य नहीं पाई जाती हैं।
- धातु में ठोस होती हैं, पारा को छोड़कर, परंतु अधातु में भंगुर होती हैं अथवा गैस या द्रव की अवस्था में भी होती हैं।
- अभिक्रिया के दौरान धातु इलेक्ट्रॉन त्याग देती है और अधातु इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर लेती है।
उपधातु किसे कहते हैं – What is metalloid?
उपधातु है वे तत्व होते हैं जन्म धातु तथा अधातु दोनों प्रकार के गुणों का समावेश होता है। उदाहरण के लिए जर्मेनियम, सिलिकॉन, आर्सेनिक, एंटीमनी, बोरोन,टेलीयूरियम। यह 6 उपधातुए अभी तक खोजी गई हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख मे हमने धातु से जुड़े सभी जानकारी हासिल की। जिसमे हमने जाना कि धातु के सभी कितने तत्व होते हैं?, ये कितने प्रकार के होते हैं? इन्ही से जुड़े ज़्यादातर वैकल्पिक प्रश्न पूछें जाते हैं? कैसे किसी धातु और आधातु में क्या अंतर होता है? आशा करता हूँ कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। यदि आपको इस लेख से जुड़ा कोई भी प्रश्न हो हमें कॉमेंट बॉक्स मे अवश्य पूछें।
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