विस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं इसके उदाहरण, सूत्र और समीकरण
हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको विस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं? विस्थापन अभिक्रिया का उदाहरण क्या हैं? विस्थापन अभिक्रिया का सूत्र या विस्थापन अभिक्रिया का समीकरण क्या होता है? इसके बारे में बिस्तार के साथ बताएँगे। इसके साथ साथ हम आपको द्विविस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं इसके बारे में विस्तार से बताएँगे। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है इससे सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। इसलिए केमिस्ट्री से सम्बंधित स्टूडेंट्स को इस टॉपिक की जानकारी जरूर होना चाहिए।
पिछले आर्टिकल में हमने आपको दूध का रासायनिक सूत्र क्या होता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए। अगर आपने अभी तक हमारे इस आर्टिकल को नहीं पढ़ा है तो आप हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेवसाइट से इस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं। जिसमे आपको दूध से सम्बंधित जानकारी हो जाएगी। आज के इस आर्टिकल में हम आपको विस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं? इसके उदाहरण क्या क्या होते हैं? इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। विस्थापन अभिक्रिया से सम्बंधित जानकारी पाने के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े। ताकि यह टॉपिक आपको अच्छी तरह से समझ आ सके।
विस्थापन अभिक्रिया क्या है?
विस्थापन का अर्थ होता है हटाना, आसान शब्दों में इसे कहें तो इसका अर्थ होता है हटाने वाली अभिक्रिया अर्थात वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमे अधिक क्रियाशील तत्व कम क्रियाशील तत्व को उसके यौगिक से हटा देता है। या विस्थापित कर देता है और उसका स्थान स्वयं ले लेता है तो वह अभिक्रिया विस्थापन अभिक्रिया कहलाती है या जब कोई एक तत्व दूसरे तत्व को उसके यौगिक से विस्थापित कर देता है तो यह विस्थापन अभिक्रिया होती है। इसे एकल विस्थापन अभिक्रिया भी कहते हैं।
विस्थापन अभिक्रिया के उदाहरण
उदहारण: जिंक धातु तनु सल्फ्यूरिक अम्ल से क्रिया करके हाइड्रोजन विस्थापित कर देती है।
Zn + H2SO4 __________> ZnSO4 + H2
जब किसी कम प्रतिक्रिया करने वाली धातु किसी अधिक क्रियाशील धातु से अभिक्रिया करती है तो इस अभिक्रिया के दौरान अधित क्रियाशील धातु कम क्रियाशील धातु को विस्थापित कर देती है तो इस रासायनिक अभिक्रिया को ही विस्थापन अभिक्रिया कहते हैं। इसके उदाहरण को रासायनिक शास्त्र में देखा जा सकता है। विस्थापन अभिक्रिया मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है। एक विस्थापन अभिक्रिया वह होती है जिसमे अणु में परमाणु या परमाणुओं का एक समूह दूसरे परमाणु द्वारा विस्थापित होता है। उदाहरण के लिए जब कॉपर सल्फेट विलयन में आयरन मिलाया जाता है। तो वह कॉपर धातु को विस्थापित कर देता है।
उदाहरण- लोहे की कॉपर सल्फेट के साथ अभिक्रिया
जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुवोया जाता है तो लोहा कॉपर सल्फेट में से कॉपर को विस्थापित कर देता है। और फेरस सल्फेट का निर्माण होता है इस कारण विलयन व कील का रंग बदल जाता है। इस अभिक्रिया में अधिक क्रियाशील Fe कम क्रियाशील Cu को उसके यौगिक में से विस्थापित कर देता है।
Fe + CuSO4 _________> FeSO4 + Cu
जिंक धातु कॉपर सल्फेट से क्रिया करके कॉपर को विस्थापित कर देती है।
Zn + CuSO4 _________> ZnSO4 + Cu
Mg धातु कॉपर सल्फेट से क्रिया करके कॉपर को विस्थापित कर देती है।
Mg + CuSO4 _________> MgSO4 + Cu
अन्य अभिक्रियाएँ
Pb + CuCl2 _________> PbCl2 + Cu
2Na + 2HCl _________> 2NaCl + H2
2K + H2SO4 ________> K2SO4 + H2
नोट –
- मानक इलेक्ट्रोड विभव के द्वारा किसी भी धातु की क्रियाशीलता का पता लगाया जा सकता है। अर्थात इस श्रेणी के द्वारा अधिक क्रियाशील धातु और कम क्रियाशील धातु का पता लगाया जा सकता है। इसलिए हमें विद्युत रासायनिक श्रेणी पता होना चाहिए।
- प्रतिक्रिया करने के लिए इलेक्ट्रान को दान करने के लिए सबसे अधिक प्रवृति वाली धातु को प्रतिक्रियात्मकता श्रेणी में पहले सूचीबद्ध किया गया है।
- प्रतिक्रिया करने के लिए electron को दान करने के लिए कम प्रवृति वाली धातुओं को सूचीबद्ध किया जाता है।
- इस सूची में ऊपर की धातु नीचे की किसी भी धातु को विस्थापित कर सकती है।
- धातु और अम्ल मिलकर लवण और हाइड्रोजन गैस बनाते हैं। लेकिन कम क्रियाशील धातुएँ अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित नहीं कर सकती हैं।
- जब धातु जल से अभिक्रिया करती है तो धातु ऑक्साइड और हाइड्रोजन गैस बनती है। जब धातु के ऑक्साइड पानी में मिलते हैं तो क्षार बनते हैं।
द्विविस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं?
इससे ऊपर के लेख में आपने विस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं? विस्थापन अभिक्रिया के उदाहरण क्या हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ जाना। अब हम आपको द्विविस्थापन अभिक्रिया के बारे में विस्तार के साथ बताएँगे जो विस्थापन अभिक्रिया का ही एक एक भाग होती है। तो विना किसी देरी के आइए जानते हैं द्विविस्थापन अभिक्रिया के बारे में।
वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमे दो अभिकारको के बीच परमाणु या परमाणु के समूह का आदान प्रदान होता है द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है। या वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमे अभिकारको के बीच आयनों का आदान प्रदान होता है। द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है।
AB + CD __________> AD + BC
उदाहरण- 1. जब सोडियम सल्फेट की अभिक्रिया बेरियम क्लोराइड के साथ करायी जाती है तो बेरियम सल्फेट का श्वेत अवक्षेप प्राप्त होता है इस अभिक्रियम में अवक्षेप का निर्माण होता है इस प्रकार इस अभिक्रिया को अवक्षेपण अभिक्रिया कहते हैं।
Na2SO4 + BaCl2 __________> BaSO4 + 2NaCl
2. सिल्वर नाइट्रेट की सोडियम क्लोराइड से अभिक्रिया द्विविस्थापन अभिक्रिया है। इस अभिक्रिया में सिल्वर क्लोराइड और सोडियम नाइट्रेट बनता है।
AgNO3 + NaCl __________> AgCl + NaNO3
3. एसिटिक अम्ल की सोडियम हाइड्रोक्साइड से अभिक्रिया द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है। इस अभिक्रिया में सोडियम एसिटेट और जल बनता है।
CH3COOH + NaOH __________> CH3COONa + H2O
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको विस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं? विस्थापन अभिक्रिया का उदाहरण क्या हैं? विस्थापन अभिक्रिया का सूत्र या विस्थापन अभिक्रिया का समीकरण क्या होता है? इसके बारे में बिस्तार के साथ बताया है। इसके साथ साथ हमने आपको द्विविस्थापन अभिक्रिया किसे कहते हैं इसके बारे में विस्तार से बताया है। यह एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है इससे सम्बंधित प्रश्न परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं। इसलिए केमिस्ट्री से सम्बंधित स्टूडेंट्स को इस टॉपिक की जानकारी जरूर होना चाहिए। इसी तरह के महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट पर देते रहते हैं। अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी केमिस्ट्री की वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।