मोललता किसे कहते हैं इसकी परिभाषा, सूत्र और मात्रक लिखिए
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे Hindi Chemisty की इस ज्ञानवर्धक वेबसाइट पर। आज हम आपको सांद्रता का एक बहुत महत्वपूर्ण शब्द मोललता किसे कहते हैं के बारे में बहुत आसान भाषा में बताने जा रहे हैं। रसायन विज्ञान के पाठ्यक्रम में विलयन नाम के एक पाठ में सांद्रता के विभिन्न तरह के प्रकारों के बारे में बताया गया है जिसमें से मोललता एक बहुत मुख्य प्रकार है। इसलिए आज हम मोललता के बारे में जानने का पूर्ण प्रयास आपके करेंगे है। इनसे पहले कि लेखो में हमने आपको मोलरता और हेनरी के नियमों के बारे में उल्लेख किया है । आप उन्हें भी हमारी इस वेबसाइट के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
सांद्रता को व्यक्त करने के लिए रसायन विज्ञान में बहुत सारे मानक बनाए गए हैं जिनमें से कुछ कुछ के नाम इस प्रकार है जैसे की मोलरता और मोललता और नॉर्मलता आदि। आज हम अपने इसलिए एक मोललता किसे कहते हैं में उसके बारे में विस्तार से बताएंगे। साथ ही आपको इससे संबंधित कुछ प्रश्नों का अभ्यास भी कराएंगे जिससे कि यदि परीक्षा में मोललता से संबंधित कोई प्रश्न पूछा जाए तो आप उसे आसानी से हल कर सकें। तो चले बिना किसी देर से शुरु करते हैं।
मोललता की परिभाषा
अब हम आपको मोललता किसे कहते हैं या मोललता की परिभाषा के बारे में बताने जा रहे हैं। किसी विलयन की सांद्रता व्यक्त करने के लिए मोललता का प्रयोग किया जाता है। Molalta Ki Paribhasha कुछ इस प्रकार दी जा सकती है कि एक किलोग्राम या 1000 ग्राम विलायक में जिले के जितने मोल घुले हुए होते हैं उसे उस विलयन की मोललता कहा जाता है। मोललता को m के द्वारा दिखाया जाता है।
मोललता का सूत्र
अपने इस लेख मोललता क्या है के अंतर्गत अब हम आपको मोललता का सूत्र बताने जा रहे हैं जो कि निम्न प्रकार है –
मोललता = विलेय के मोल/ विलायक का द्रव्यमान (kilogram में)
यदि विलायक का द्रव्यमान ग्राम में दिया हो तो निम्न लिखित फार्मूले का प्रयोग किया जाता है –
मोललता = विलेय के मोल x 1000 / विलायक का ग्राम में द्रव्यमान
मोलरता और मोललता में अंतर स्पष्ट कीजिए
इनमें सबसे प्रथम अंतर तो इनकी परिभाषाओं से निकाला जा सकता है। किसी विलयन के 1 लीटर आयतन में घुले हुए विलय के मोलो की संख्या को उस विलयन की मोलरता कहा जाता है। जबकि किसी एक किलोग्राम विलायक के भीतर घुली हुई विलय के मोलो की संख्या को उस विलयन की मोललता कहा जाता है।
मोलरता ताप पर निर्भर करती है जबकि मोललता ताप पर निर्भर नहीं करती है। क्योंकि मोललता में द्रव्यमान दिया होता है जो की ताप के साथ घटता या बढ़ता नहीं है अर्थात नियतांक रहता है। जिस कारण मोललता का मान भी नियत रहता है। मोलरता में विलयन का आयतन लिया जाता है। जो ताप के साथ बदलता रहता है। जिस कारण मोलरता का मान ताप में परिवर्तन होने पर परिवर्तित हो जाता है।
मोलरता और मोललता में संबंध बताइए
इनमें संबंध का सूत्र निम्न प्रकार है –
आयतनी सांद्रता से क्या तात्पर्य है?
इसे हाइड्रोजन पेरोक्साइड के लिए प्रयोग किया जाता है। अर्थात हाइड्रोजन पेरोक्साइड विलयन की सांद्रता को व्यक्त करने के लिए आयतनी सांद्रता का प्रयोग किया जाता है।
हाइड्रोजन पेरोक्साइड का विघटन निम्न प्रकार से होता है –
2 H2O2 → 2 H2O + O2
यहां से हम यह स्पष्ट कह सकते हैं कि H2O2 की विलयन किसान तथा लगातार परिवर्तित होती रहती है इसलिए किसी समय पर H2O2 द्वारा उपरोक्त लिखित समीकरण के अनुसार जो ऑक्सीजन प्राप्त होती है NTP पर आयतन के रूप में उसकी सांद्रता को व्यक्त करती है।
10 आयतन हाइड्रोजन पराक्साइड अर्थात H2O2 का क्या तात्पर्य होता है कि एक आयतन हाइड्रोजन पराक्साइड विलयन को विघटित करने पर एनटीपी पर 10 आयतन की ऑक्सीजन प्राप्त होती है। इसका एक मतलब और यह भी हो सकता है कि जब 1 लीटर H2O2 का विलयन विघटित कराया जाए तो हमें 10 लीटर ऑक्सीजन NTP पर प्राप्त होगी। यह हम यह कह सकते हैं कि एक मिलीलीटर H2O2 विलयन को विघटित करने पर 10ml ऑक्सीजन प्राप्त होती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न. शुद्ध जल के 750.0 mL में घुले 25.0 ग्राम KBr की मोललता की गणना कीजिए।
उत्तर: 25.0 ग्राम/119.0 ग्राम/मोल = 0.210 मोल
0.210 मोल/0.750 किग्रा = 0.280 मी
प्रश्न. 1.230 g/mL घनत्व वाले 3.75 M H2SO4 विलयन की मोललता क्या है?
उत्तर: 1.00 लीटर विलयन का द्रव्यमान
(1000 ml) × (1.230 gram/ml) = 1230 ग्राम
H2SO4 के 3.75 मोल का द्रव्यमान = (3.75 मोल) × (98.0768 ग्राम/मोल) = 367.788 gram
विलायक का द्रव्यमान= 1230 – 367.788 = 862.212 ग्राम
मोललता: 3.75 मोल / 0.862212 किग्रा = 4.35 m
प्रश्न. 65.0 एमएल मेथिलीन क्लोराइड (CH2Cl2, घनत्व = 1.33 g/mL) में 1.34 एमएल कार्बन टेट्राक्लोराइड (CCl4, घनत्व = 1.59 g/mL) के घोल की मोलिटी क्या है?
उत्तर : CCl4 के (1.34 एमएल) × (1.59 ग्राम/एमएल) = 2.1306 ग्राम
2.1306 ग्राम / 153.823 ग्राम/मोल = 0.013851 मोल
मेथिलीन क्लोराइड का द्रव्यमान = (65.0 एमएल) × (1.33 ग्राम/ml) = 86.45 ग्राम = 0.08645 किग्रा
मोललता : 0.013851 मोल / 0.08645 किग्रा = 0.160 m
प्रश्न. क्या मोललता Dilution से प्रभावित होती है?
उत्तर : चूँकि मोलरता और सामान्यता आयतन पर निर्भर होते हैं, वे dilution के साथ बदलते हैं, जबकि मोललता नहीं।
प्रश्न. क्या मोलरिटी मोललिटी से बड़ी है?
उत्तर : मोललता का विलयन सदैव मोलरता से अधिक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मोलरिटी की गणना mol प्रति यूनिट L (solution की मात्रा) के रूप में की जाती है, जबकि molality की गणना मोल्स प्रति यूनिट Kg (यानी विलायक के द्रव्यमान) के रूप में की जाती है। इसलिए, किसी भी स्थिति में, विलायक का द्रव्यमान विलयन के आयतन से कम होता है, और इस प्रकार मोललता अधिक होती है।
प्रश्न. मोलरिटी को मोलरिटी में कैसे बदल सकते हैं?
उत्तर : यदि आप solution के घनत्व को जानते हैं, तो आप मोलरिटी को मोलिटी में बदल सकते हैं। 1 लीटर (L) घोल में रसायन के मोल की गणना करें। क्योंकि मोलरिटी को प्रति लीटर रसायन के मोल्स की संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है, यह मान सामान्य रूप से विलेय की मोलरता के बराबर होगा।
निष्कर्ष
दोस्तों हमने आज के इस लेख में जाना की मोललता किसे कहते हैं (Molalta Kya Hai), मोललता का मात्रक क्या है? यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों में शेयर कर सकते हैं। नए लेखों को पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर प्रतिदिन विजिट कर सकते हैं, क्योंकि यहां पर आपको रसायन विज्ञान का हर दिन एक नया लेख पढ़ने को मिलेगा।