ग्लूकोज का सूत्र क्या है इसके उपयोग, निर्माण और IUPAC नाम
दोस्तों एक बार फिर से आपका बहुत स्वागत है हमारी हिंदी केमिस्ट्री की इस वेबसाइट पर। आज हम आपको बताएंगे कि गुलकोज का सूत्र क्या होता है। इस के बारे में तो आपने कहीं ना कहीं से जरूर सुना होगा या अपने पाठ्यक्रम में केमिस्ट्री की किताब में जरूर पढ़ा होगा। आज का हमारा यह लेख आपको ग्लूकोज के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करने में बहुत सहायता करेगा आपको बस हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आपकी रसोई में मिलने वाली चीनी भी ग्लूकोज ही होती है।
हम जिन महत्वपूर्ण प्रश्नों की चर्चा करेंगे वे कुछ इस प्रकार है कि ग्लूकोज का सूत्र क्या होता है, Glucose in Hindi, Glucose Ka Rasayanik Sutra, Glucose Ka Rasayanik Sutra Kya Hai, ग्लूकोज के उपयोग क्या होते हैं, ग्लूकोज का सूत्र क्या है, ग्लूकोज का सूत्र क्या होता है, Glucose Kaise Banta Hai. यदि आप मेडिकल या इंजीनियरिंग के छात्र हैं तो आपको पता ही होगा कि प्रतियोगी परीक्षाएं इन प्रश्नों को बहुत पूछती है। अतः आप इन प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और एक अच्छी जानकारी हासिल करें। तो चलिए शुरू करते हैं अपना यह लेख बिना किसी देर के।
ग्लूकोज क्या है और ग्लूकोज का सूत्र क्या है?
यह एक कार्बोहाइड्रेट पदार्थ है। पृथ्वी पर बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है तथा यह एक कार्बनिक पदार्थ है। ग्लूकोज का सूत्र C6H12O6 होता है। यह दोनों अवस्थाओं अर्थात मुक्त और संयुक्त अवस्था में मिल जाता जाता है। फलों में भी ग्लूकोस अधिक मात्रा में पाया जाता है। उदाहरण के लिए मीठे फल अंगूर और शहद आदि में बहुत अधिक मात्रा में ग्लूकोज होता है। यदि हम इस के प्रतिशत के बारे में बात करें तो 20 से 30% मात्रा में ग्लूकोज अंगूर के अंदर उपस्थित होता है।
ग्लूकोज का सूत्र = C6H12O6
ग्लूकोज कैसे बनता है? How the Glucose Prepared?
दोस्तों अब हम ग्लूकोज का सूत्र आर्टिकल के इस पैराग्राफ में आपको ग्लूकोज बनाने की विधियों के बारे में विस्तार से वर्णन करेंगे यह विधियां प्रतियोगी परीक्षा में अक्सर पूछे जाती हैं इसलिए आपने ध्यान से पढ़ें।
ग्लूकोज बनाने की प्रयोग शाला विधि निम्न प्रकार है –
C12H22O11 + H2O → C6H12O6 + C6H12O6
प्रयोगशाला में ग्लूकोज का निर्माण करने के लिए गन्ने की शुगर जिसे sucrose कहा जाता है का इस्तेमाल किया जाता है। सुक्रोज को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल या सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ जल अपघटन की क्रिया कराने पर समान मात्रा में ग्लूकोज और फ्रुक्टोज का निर्माण होता है।
ग्लूकोज के निर्माण की औद्योगिक विधि निम्न प्रकार है –
एक बड़े स्तर पर ग्लूकोज का निर्माण करने के लिए हम स्टार्च का प्रयोग करते हैं। स्टार्स के जल अपघटन अभिक्रिया कराई जाती है। दो से तीन वायुमंडलीय दाब और 393 केल्विन के उच्च ताप पर स्टार्च को तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ गर्म किया जाता है तो ग्लूकोज (Glucose) प्राप्त होता है।
(C6H10O5)n + nH2O → nC6H12O6
ग्लूकोज की भौतिक विशेषताएं
अब हम ग्लूकोज की कुछ भौतिक विशेषताओं के बारे में चर्चा कर लेते हैं। जिससे कि आपको यदि प्रैक्टिकल के समय कोई पदार्थ दे दिया जाए तो आप ग्लूकोज के गुणों के आधार पर यह पहचान लगा सके कि वह ग्लूकोज है अथवा नहीं।
- यह एक रंगहीन तथा क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ होता है।
- जल में घुलने पर यह आसानी से घुल जाता है परंतु अल्कोहल तथा अन्य कार्बनिक इलाकों में यह नहीं घुल पाता है।
- ग्लूकोज का अणुभार 180 होता है। अर्थात ग्लूकोज के एक mol का भार 180 ग्राम होता है।
- स्वाद की बात की जाए तो यह मीठा होता है।
- ग्लूकोज का गलनांक 146 डिग्री सेंटीग्रेड होता है।
ग्लूकोज की रासायनिक विशेषताएं
अब हम इस लेख ग्लूकोज का सूत्र में इसकी कुछ रसायनिक विशेषताओं के बारे में चर्चा कर लेते हैं। जिससे कि आपको यदि प्रैक्टिकल के समय कोई पदार्थ दे दिया जाए तो आप ग्लूकोज के रसायनिक गुणों के आधार पर यह पहचान लगा सके कि वह ग्लूकोज है अथवा नहीं।
- जब ग्लूकोज को हाइड्रोजन के साथ अपचायित कराया जाता है तब सॉर्बिटोल नामक यौगिक का निर्माण होता है।
- यह HCN अर्थात हाइड्रोसाइएनिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करके ग्लूकोसाइनोहाइड्रिन का निर्माण करता है।
- Pcl5 अर्थात पेंटाक्लोराइड फास्फोरस कहा जाता है, के साथ अभिक्रिया करके ग्लूकोज पेंटा क्लोरोग्लूकोज बनाता है।
ग्लूकोज की संरचना
यह एक पौली हाइड्रोक्सी एल्डिहाइड शुगर है। इसकी दो संरचनाएं देखने को मिलती है। जिसमे से एक खुली श्रंखला वाली होती है तथा एक चक्रीय संरचना पाई जाती है। ग्लूकोज की संरचना में 5 हाइड्रोक्सी (OH) समूह जुड़े हुए होते हैं तथा इसमें छह कार्बन में उपस्थित होते हैं। तथा साथ में एक एल्डिहाइड एक समूह CHO भी होता है। इस एल्डिहाइड और हाइड्रोक्सिल समूह की उपस्थिति होने के कारण ही ग्लूकोज एल्डिहाइड और हाइड्रोसील समूह के गुणों को व्यक्त करता है।
ग्लूकोज का IUPAC नाम D-glucose है।
ग्लूकोज के उपयोग
यह Glucose बहुत महत्वपूर्ण कार्बनिक योगिक है जो जीवो में ऊर्जा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चलिए अपने इस लेख ग्लूकोज का सूत्र के माध्यम से इसके महत्वपूर्ण उपयोगों के बारे में जान लेते हैं –
- इसके द्वारा अल्कोहल का निर्माण भी किया जाता है।
- विटामिन सी को तैयार करने में ग्लूकोस का प्रयोग भी किया जाता है।
- जीवो में ऊर्जा प्रदान करने के लिए ग्लूकोज बहुत उत्तरदाई होता है।
- विभिन्न प्रकार की एनर्जी ड्रिंक्स और औषधियों के निर्माण के लिए ग्लूकोस का प्रयोग किया जाता है।
ग्लूकोज के अधिक सेवन से नुकसान
यदि इसे अधिक मात्रा में बार-बार अनावश्यक रूप से लिया जाए तो यह शरीर में कैलोरी की मात्रा को बढ़ा देता है जिससे कि शरीर मोटा होने लगता है। जो कि एक प्रकार का हेल्दी मोटापा नहीं होता है। आपके किचन में मिलने वाली चीनी में भी glucose का ही एक रूप है। जिसके अत्यधिक सेवन से कई रोग होने की संभावना होती है।
ग्लाइकोसूरिया एक बीमारी का नाम होता है जिसमें मूत्र में ग्लूकोज आने लगता है। इसका कारण डायबिटीज या मधुमेह जैसे रोगों के कारण होना होता है।
निष्कर्ष
आज हमने इस लेख के माध्यम से आपको बताया कि ग्लूकोज का सूत्र क्या होता है। ग्लूकोज का सूत्र क्या होता है, Glucose in Hindi के बारे में बताइए। Glucose Ka Rasayanik Sutra क्या होता है? इसके अलावा हमने आपको ग्लूकोज के भौतिक तथा रासायनिक विशेषताओं तथा ग्लूकोज कैसे बनता है के बारे में विस्तार से बताया है। यदि आपको हमारे यह लेख पसंद आया तो आप इसे अपने दोस्तों में भी शेयर कर सकते हैं।